कोरोना वायरस संकट के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए हलचल तेज हो गई है. अक्टूबर-नवंबर के आसपास चुनाव हो सकते हैं, इससे पहले विपक्ष की ओर से नीतीश सरकार पर हमला करना जारी है. गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर रोजगार के मसले पर हमला बोला और पूछा कि वो इसपर बात करने से क्यों डरते हैं ?
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोज़गारी पर बात करने से डरते क्यों है? क्या बिहार को बेरोज़गारी का मुख्य केंद्र बनाने के बाद उन्हें शर्म आती है? क्या नौकरियों में धांधली और बिहार के उद्योग-धंधे बंद करवाने के बाद भी वह युवाओं को भ्रमित कर और अधिक ठगना चाहते है?
गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच बिहार में रोजगार का बड़ा संकट है. लॉकडाउन के कारण बाहर काम करने वाले मजदूर भी वापस राज्य में आ गए हैं, लेकिन नौकरी नहीं है. ऐसे में तेजस्वी के निशाने पर बिहार सरकार है.
बिहार में कोरोना के साथ-साथ बाढ़ भी अहम मसला है. तो दूसरी ओर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. बुधवार को नीतीश कुमार के पुराने साथी जीतन राम मांझी की घर वापसी हुई.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने NDA से जुड़ने का फैसला किया. जीतन राम मांझी ने कहा कि हमने जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन किया है और NDA का हिस्सा बन गए हैं.
आपको बता दें कि बिहार में इस बार अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं. इसके लिए चुनाव आयोग ने गाइडलाइन जारी कर दी हैं, जल्द ही तारीख का ऐलान भी होगा.