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मौसम विभाग ने यूपी में कुछ जिलों में हलकी बारिश के जताये आसार

मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक पूर्वी यूपी, तराई और ब्रज क्षेत्र के कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना है. मंगलवार को दोपहर तक जिन जिलों में बारिश का अनुमान लगाया गया है वे जिले हैं मथुरा, अलीगढ़, सीतापुर, कन्नौज और बहराइच. इसके अलावा पूर्वी यूपी के ज्यादातर जिलों में हल्की बूंदाबांदी भी संभव है. बादलों का आना-जाना बिहार से सटे जिलों से लेकर प्रयागराज तक देखने को मिलेगा. इसके अलावा लखनऊ के आसपास के जिलों में भी धूप छांव की स्थिति चलती रहेगी.

प्रदेश के बाकी हिस्से में मौसम के सामान्य रहने का अनुमान लगाया गया है. बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है. पश्चिमी यूपी के ज्यादातर जिलों में तेज धूप सहन करना पड़ेगा. जिन जिलों में हल्की बूंदाबांदी होगी वहां उमस के भी बढ़ने की संभावना है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के 1-2 जिलों में भारी बारिश से भी इनकार नहीं किया गया है. मौसम विभाग ने आज मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है.

यूपी में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की सम्भावना, मौसम विभाग ने दी चेतावनी -  Jan Sandesh Online

अगले 5 दिनों के लिए जारी अभी तक के अनुमान के मुताबिक पूरे प्रदेश में मौसम खुला रहेगा. धूप के बीच बादलों की आवाजाही जारी रहेगी. बारिश की ज्यादा संभावना नहीं है. यही वजह है कि मौसम विभाग प्रदेश के लिए कोई भी अलर्ट जारी नहीं किया.

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक ही सोमवार का दिन गुजरा. प्रदेश के 4 जिलों को छोड़कर कहीं भी बारिश दर्ज नहीं की गई. सबसे ज्यादा बारिश अलीगढ़ में 17 मिलीमीटर दर्ज की गई. इसके अलावा सुल्तानपुर में 7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. हरदोई, कानपुर, गोरखपुर और मेरठ में बारिश तो हुई लेकिन उसकी मात्रा इतनी कम थी कि उसे दर्ज नहीं किया जा सका. यानी मामूली बूंदाबांदी ही हुई. कुछ ऐसा ही मौसम अगले 4 से 5 दिनों तक बना रह सकता है.

UP Weather Alert: पूर्वी यूपी, तराई और ब्रज क्षेत्र के कुछ जिलों में बारिश की संभावना

बारिश में आई इस कमी का सबसे ज्यादा फायदा पूर्वांचल और तराई के बाढ़ ग्रस्त जिलों को मिल रहा है. पूर्वांचल और तराई के जिन जिलों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति थी वहां अब पानी नीचे उतरने लगा है. अब सिर्फ तेरह जिले ही बाढ़ की चपेट में हैं. जहां एक तरफ 500 गांव जलभराव से डूबे हुए थे वहीं अब इनकी संख्या सिमटकर सैकड़े के आसपास आ गई है. जाहिर है अगले कुछ दिनों तक बारिश का ऐसा ही रुख रहा तो बाढ़ और जलभराव से जल्द ही प्रभावित जिलों को निजात मिल पाएगी.

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