सरकारी नौकरियों में संविदा सिस्टम को लेकर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकारी नौकरियों में संविदा सिस्टम और स्पेशल फोर्स को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. मंगलवार को उन्होंने ट्वीट कर योगी सरकार पर संविदा के जरिए युवाओं के अपमान का आरोप लगाया है. कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट करते हुए लिखा संविदा = नौकरियों से सम्मान विदा, 5 साल की संविदा= युवा अपमान कानून, माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पहले भी इस तरह के कानून पर अपनी तीखी टिप्पणी की है.
इस सिस्टम को लाने का उद्देश्य क्या है? सरकार युवाओं के दर्द पर मरहम न लगाकर दर्द बढ़ाने की योजना ला रही है इस ट्वीट के बाद उन्होंने #नहीं_चाहिए_संविदा का हैशटैग भी इस्तेमाल किया.
दरअसल, सरकारी नौकरियों में भर्ती को लेकर योगी सरकार बड़े बदलाव की तैयारी है. इसके तहत समूह ‘ख’ व ‘ग’ की भर्तियों में चयन के बाद पांच वर्ष तक संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करना होगा. इस दौरान हर छह माह में कर्मचारी का मूल्यांकन किया जाएगा और साल में 60 फ़ीसदी से कम अंक पाने वाले सेवा से बाहर हो जाएंगे. लिहाजा पांच साल बाद उन्हीं कर्मचारी को नियमित सेवा में रखा जाएगा जिन्हें 60 फ़ीसदी अंक मिलेंगे. इस दौरान कर्मचारियों को नियमित सेवकों की तरह मिलने वाले अनुमन्य सेवा संबंधी लाभ नहीं मिलेंगे.
संविदा = नौकरियों से सम्मान विदा
5 साल की संविदा= युवा अपमान कानून
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पहले भी इस तरह के कानून पर अपनी तीखी टिप्पणी की है।
इस सिस्टम को लाने का उद्देश्य क्या है? सरकार युवाओं के दर्द पर मरहम न लगाकर दर्द बढ़ाने की योजना ला रही है।#नहीं_चाहिए_संविदा
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 15, 2020
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कार्मिक विभाग इस प्रस्ताव को जल्द कैबिनेट के समक्ष लाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए हर विभाग से सुझाव मांगे जा रहे हैं. सभी विभागों से सुझाव लेने के बाद इसे कैबिनेट में लाया जा सकता है. इसके पीछे का तर्क यह है कि इस व्यवस्था से कर्मचारियों की दक्षता बढ़ेगी. साथ ही नैतिकता देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता के मूल्यों का विकास होगा. इतना ही नहीं सरकार पर वेतन का खर्च भी कम होगा.