बैन खत्म होने के बाद श्रीसंत के लिए खुल क्रिकेट के दरवाजे, कोच ने किया ऐलान
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को लंबा बैन झेलना पड़ा है। साल 2013 में बीसीसीआइ ने आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था, जिसे बात में सात साल कर दिया गया। श्रीसंत का ये बैन अब समाप्त हो गया है। इसी के साथ केरल के तेज गेंदबाज श्रीसंत अब फिर से क्रिकेट मैदान पर वापसी करना चाहते हैं। खुद केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने इस बात का ऐलान कर दिया है के क्रिकेट खेल सकते हैं।
केरल क्रिकेट संघ श्रीसंत पर लगे प्रतिबंध को खत्म होने से खुश है और संघ का कहना है कि आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन में खेलने के लिए श्रीसंत को अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित करनी होगी। वहीं, केरल की रणजी टीम के कोच टीनू योहानन ने एक क्रिकेट वेबसाइट से बात करते हुए कहा है, “श्रीसंत ने कड़ी मेहनत करके और खुद को फिट रखते हुए फिर से खेलने की इच्छा जाहिर की है। हम उनके साथ संपर्क में हैं। हम उनके नाम पर विचार करेंगे, लेकिन यह उनके फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगा। उनके लिए क्रिकेट के दरवाजे खुले हैं।”
बीसीसीआइ ने साल 2013 में आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, साल 2015 में दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया था। वहीं, बीसीसीआइ के लोकपाल ने उनकी आजीवन सजा को कम करके सात साल कर दिया था, जो अब समाप्त हो गई। वर्ष 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआइ द्वारा श्रीसंत पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को खत्म कर दिया था, लेकिन सजा बरकरार रखने की बात कही थी।
ऐसे में श्रीसंत ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी और सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिल फैसला सुनाया। पिछले साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ को श्रीसंत की सजा कम करने निर्देश दिया था और भारतीय बोर्ड ने उनकी आजीवन प्रतिबंध की सजा को घटाकर सात साल कर दिया था। उधर, जून में लॉकडाउन के हटने के बाद से श्रीसंत केरल की अंडर 23 टीम के कुछ खिलाड़ियों और कई सीनियर क्रिकेटरों के साथ एर्नाकुलम में केसीए सुविधा सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
वहीं, श्रीसंत ने अपने ट्विटर पर लिखा था, “मैं हर तरह के आरोपों से और अन्य चीजों से अब आजाद हूं और जिस खेल को सबसे ज्यादा पसंद करता हूं उसके लिए तैयार हूं। जितनी भी गेंद मैं डालूंगा, हर किसी में अपनी पूरी जान लगा दूंगा, फिर चाहे वो अभ्याय में ही क्यों न हो। मेरे पास ज्यादा से ज्यादा पांच-सात साल हैं, इस खेल में अपना सबकुछ देने के लिए और मैं जिस भी टीम से खेलूंगा उसके लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा।”
आपको बता दें, 37 वर्षीय श्रीसंत ने भारत के लिए अब तक 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश: 87, 75 और सात विकेट झटके हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि श्रीसंत भारत की उन टीमों का हिस्सा रहे हैं, जिनमें भारत ने टी20 और वनडे वर्ल्ड कप जीता था। भले ही श्रीसंत 10 टी20 मैच खेल पाए हों, लेकिन वे साल 2007 के टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल और वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल का हिस्सा थे, जिसमें धौनी की कप्तानी में टीम को जीत मिली।