केंद्र सरकार के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे: CM केजरीवाल
मोदी सरकार द्वारा लाए गए किसानों से जुड़े विधेयकों का जमकर विरोध हो रहा है. कांग्रेस से लेकर कई विपक्षी पार्टियां खुलकर सरकार के इस फैसले की निंदा कर रही हैं. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी विपक्षी पार्टियों से अपील की है. केजरीवाल का कहना है कि सभी विपक्षी पार्टियां राज्यसभा में इसका विरोध करें और वॉकआउट का ड्रामा ना करें.
आम आदमी पार्टी के नेता ने इस मसले पर ट्वीट किया कि केंद्र के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे, मेरी सभी ग़ैर भाजपा पार्टियों से विनती है कि राज्यसभा में एकजुट होकर इन विधेयकों का विरोध करें.
दिल्ली सीएम ने लिखा कि सुनिश्चित करें कि आपके सभी MP मौजूद हों और वॉकआउट का ड्रामा ना करें, पूरे देश के किसान आपको देख रहे हैं.
आपको बता दें कि किसानों से जुड़े दो विधेयक लोकसभा में तो पास हो गए हैं, लेकिन राज्यसभा में अभी पास होना बाकी है. और राज्यसभा में भाजपा के पास अकेले दम पर बहुमत की कमी भी है. ऐसे में विपक्ष को यहां पर एक मौका दिख रहा है.
इस बिल के विरोध में ही एनडीए की साथी अकाली दल नेता हरसिमरत कौर ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. अकाली दल इस विधेयक को किसान विरोधी करार दे रही है. हालांकि, वो एनडीए को समर्थन देती रहेगी.
पिछले दिनों कई राज्यों में किसान इस बिल के विरोध में सड़कों पर भी आए थे, हरियाणा में बड़ी संख्या में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ था. दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से अपील की है कि वो विपक्ष के बहकावे में ना आएं.