कैंसर रोगियों के जीवन में पॉजिटिविटी लाने के लिए विश्व रोज़ डे मना रहे
कैंसर रोगियों के जीवन में पॉजिटिविटी फैलाने के लिए हर साल 22 सितंबर को विश्व रोज़ डे मनाया जाता है. विश्व रोज़ डे, कैंसर रोगियों के जीवन में आशा और प्रसन्नता फैलाने वाला दिन है. यह हर साल 22 सितंबर को कैंसर रोगियों के कल्याण के लिए मनाया जाता है. यह दिन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी समर्पित है.
बता दें कि कैंसर के इलाज का शरीर पर काफी कठोर प्रभाव होता है और मनोवैज्ञानिक रूप से रोगियों को भी प्रभावित करता है, इसलिए उन्हें खुश करना महत्वपूर्ण है. आज कैंसर रोगियों को गुलाब का फूल देकर उनके अंदर एक आशा पैदा करने के लिए यह दिन मनाया जाता है. फूल चिंता और कोमलता का प्रतीक है, जो कैंसर के रोगियों को बीमारी से लड़ने की आशा और शक्ति देता है.
We celebrate #WorldRoseDay in honour of Melinda Rose, a 12-year old from Canada that touched the lives of many through her fighting spirit and encouragement to other cancer patients. I pray to God, to give the affected patients and their families the courage of Ms. Rose. pic.twitter.com/MT2BAbtDQz
— Jennifer Monserrate (@SmtJMOfficial) September 22, 2020
विश्व रोज डे कनाडा की 12 वर्षीय मेलिंडा रोज की याद में मनाया जाता है. मेलिंडा रोज ब्लड कैंसर के एस्किन ट्यूमर से ग्रसित थी.
https://twitter.com/JainDentalVilla/status/1308310663131930625?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1308310663131930625%7Ctwgr%5Eshare_3&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.abplive.com%2Fnews%2Fworld%2Ftoday-is-celebrating-world-rose-day-melinda-rose-remembered-on-social-media-1572784
रोज की डायग्नोसिस होने के बाद डॉक्टर ने कहा था कि वह सिर्फ दो हफ्ते ही जीवित रह सकती हैं. जिसके बाद रोज ने कैंसर को हराने की उम्मीद नहीं छोड़ी और कई लोगों के जीवन को प्रेरित किया. उसने आशा और सकारात्मकता फैलाकर अपने जीवन के प्रत्येक दिन को सार्थक बनाया. वहीं वह अपनी सकारात्मक सोच के कारण 6 महीनों तक जीवित भी रही.
"World Rose Day 2020: Changing The Way We Look At Cancer"
September 22 is observed as World Rose Day, it is a day dedicated to giving hope, bring happiness, and spread cheer among people fighting cancer. #worldroseday2020 #cancer #cancerwarrior pic.twitter.com/RIYwQY0g9M
— Yuvalok Foundation (@yuvalokngo) September 22, 2020
बता दें कि कैंसर के कारण शरीर में कहीं भी असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि हो जाती है. जब कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं या क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो वे मर जाती हैं और नई कोशिकाएं उनकी जगह ले लेती हैं.
https://twitter.com/Jahanvi14673268/status/1308235443750674432?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1308235443750674432%7Ctwgr%5Eshare_3&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.abplive.com%2Fnews%2Fworld%2Ftoday-is-celebrating-world-rose-day-melinda-rose-remembered-on-social-media-1572784
हालांकि, कैंसर के कारण यह प्रक्रिया टूट जाती है. जिससे पुरानी कोशिकाएं नहीं मरती हैं और इसके बजाय नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं, जिससे नई कोशिकाएं असामान्य होती हैं. ये अतिरिक्त कोशिकाएं बिना रुके विभाजित होती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं.