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वैश्विक स्तर पर प्रमुख सूचकांकों के लुढ़कने से घरेलू शेयर बाजारों में भी इस सप्ताह देखने को मिल रही जबरदस्त गिरावट

वैश्विक स्तर पर प्रमुख सूचकांकों के लुढ़कने से घरेलू शेयर बाजारों में भी इस सप्ताह जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक Sensex मंगलवार को 300.06 अंक यानी 0.79 फीसद की गिरावट के साथ 37,734.08 अंक के स्तर पर बंद हुए। इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स 38,034.14 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स बढ़त के साथ 38,200.71 अंक के स्तर पर खुला। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट देखने को मिली और दिन के कारोबार के दौरान यह 37,531.14 अंक के स्तर पर रह गया था। हालांकि, बाद में इसमें मामूली सुधार हुआ और अंत में 37,734.08 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 96.90 अंक यानी 0.86 फीसद की गिरावट के साथ 11,153.65 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

इन शेयरों में गिरावट

BSE पर मारुति के शेयरों में सबसे अधिक 2.83 फीसद, लार्सन एंड टूब्रो के शेयरों में 2.82 फीसद, इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2.79 फीसद और एक्सिस बैंक के शेयरों में 2.59 फीसद की गिरावट देखने को मिली। इनके अलावा ओएनजीसी, एचडीएफसी, रिलायंस, एशियन पेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आइटीसी, पावरग्रिड, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, हिन्दुस्तान युनिलीवर, बजाज फिनजर्व, इन्फोसिस और बजाज ऑटो के शेयर भी लाल निशान के साथ बंद हुए

इन शेयरों की रही चांदी

वहीं, दूसरी ओर एचसीएल टेक के शेयर 2.43 फीसद की बढ़त के साथ बंद हुए। टीएसएस के शेयरों में 2.39 फीसद की तेजी देखने को मिली। टेक महिंद्रा के शेयर 2.20 फीसद तक चढ़ गए। इनके अलावा सन फार्मा, आइसीआइसीआइ बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, एसबीआइ और टाटा स्टील के शेयर भी हरे निशान के साथ बंद हुए।

आनन्द राठी में प्रमुख – इक्विटी रिसर्च (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि कोविड-19 की वजह से कई जगहों पर नए सिरे से पाबंदियां लगाये जाने की वजह से अन्य प्रमुख बाजारों में बिकवाली के चलते भारतीय बाजार में गिरावट का रुख रहा।

उन्होंने कहा कि दोपहर के सत्र में बाजार में थोड़ी रिकवरी शुरू हुई थी लेकिन अन्य बाजारों में फिर से बिकवाली होने से घरेलू बाजारों में रिकवरी कायम नहीं रह सकी।

शंघाई, हांगकांग और सिओल में शेयर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी ओर यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी देखने को मिल रही है।

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