कोरोना काल में भारत-बांग्लादेश के बीच शिखर बैठक होने की संभावना
भारत-बांग्लादेश के बीच दिसंबर में शिखर बैठक होने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
सूत्रों ने बताया कि कोरोना के हालात में अगर सुधार नहीं हुए तो यह बैठक वर्चुअल होगी वरना ज्यादातर यह संभावना थी किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस द्वपक्षीय बैठक के लिए ढाका जाते और अपनी समकक्ष शेख हसीना से मुलाकात करते.
इस बीच, विदेश मंत्रियों के स्तर पर छठे संयुक्त सलाहकार आयोग की वर्चुअल बैठक होने वाली है जिसमें विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और ढाका में उनके समकक्ष डॉ. एके अब्दुल मोमन के बीच चर्चा होनी है.
इस वर्चुअल मीटिंग के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्री द्वपक्षीय संबंधों को लेकर स्थिति की समीक्षा करेंगे. संयुक्त सलाहकार आयोग दोनों देशों के बीच रिश्तों को लेकर होने वाली प्रगति की समीक्षा करने का एक तंत्र है. हालांकि कोरोना महामारी के बावजूद दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में ठोस प्रगति की है.
असल में, अगस्त में विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने ढाका का दौरा किया था. उस दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बैठक में निर्णय लिया गया था कि दोनों पक्ष अगली जेसीसी की बैठक जल्द करेंगे.
सूत्रों के अनुसार जेसीसी में अन्य मुद्दों के साथ साथ पीएम मोदी की ढाका हाई लेवल की यात्रा को लेकर भी चर्चा किए जाने की संभावना है. पीएम मोदी शेख मुजीबुर्रहमान की बरसी में ढाका नहीं जा पाए थे. सूत्रों का कहना है कि जेसीसी मुजीब बारशो समारोह के दौरान बैठक कर रहा है, ऐसे में मुमिकन है कि मुजीब बारशो से संबंधित कुछ घोषणाएं की जाएं. बता दें कि पीएम मोदी ने मार्च में मुजीब बारशो समारोह में अपने भाषण में शेख मुजीबुर्रहमान को भारत का भी ‘हीरो’ बताया था.