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दुःखद : कुवैत के अमीर शेख का 91 साल की उम्र में हुआ निधन

खाड़ी के तेल समृद्ध देश कुवैत के अमीर शेख सबाह अल अहमद अल सबाह का दुबई में निधन हो गया है. कुवैत के राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल ने अमीर के निधन की जानकारी दी है. वे 91 साल के थे. शेख सबाह साल 2006 में कुवैत की सत्ता पर काबिज हुए थे. उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है.

शेख सबाह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गहरा दुख व्यक्त किया है. राष्ट्रपति ने शेख सबाह को भारत का करीबी दोस्त बताते हुए कहा है कि वे एक महान मानवतावादी नेता थे. भारत के राष्ट्रपति ने कहा है कि दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शेख सबाह के परिवार, दोस्तों और कुवैत की सरकार के साथ हैं.

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शेख सबाह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें लोकप्रिय नेता बताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि आज कुवैत और अरब ने एक लोकप्रिय नेता, भारत ने एक करीबी मित्र खोया है. दुनिया ने आज एक महान स्टेट्समैन को खो दिया. पीएम मोदी ने कहा है कि भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय रिश्तों के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कुवैत में भारतीय समुदाय के लोगों का विशेष खयाल रखा. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं परिवार और कुवैत के नागरिकों के साथ हैं.

गौरतलब है कि शेख सबाह ने 29 जनवरी 2006 को अमीर के तौर पर कुवैत का नेतृत्व संभाला था. उनके पहले अमीर पद पर काबिज हुए शेख साद अल अब्दुल्ला अल सबाह को संसद ने बीमारी के कारण महज नौ दिन में ही अमीर पद से हटा दिया था. शेख अहमद अल जबर अल सबाह के चौथे बेटे शेख सबाह के निधन के बाद क्राउन प्रिंस शेख नवाफ अल अहमद अल सबाह कुवैत का नेतृत्व संभालेंगे. शेख सबाह ने अपने छोटे भाई शेख नवाफ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था.

बता दें कि शेख सबाह लंबे समय तक कुवैत के विदेश मंत्री रहे थे. विदेश मंत्री रहते हुए शेख सबाह ने साल 1990 के खाड़ी युद्ध के बाद इराक से करीबी रिश्ते कायम करने और क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान की दिशा में काफी काम किए. जीवन के अंतिम दिनों तक भी शेख सबाह कतर और अन्य अरब देशों के बीच विवाद का निराकरण कराने के लिए प्रयासरत रहे.

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