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हाथरस मामले को लेकर सीएम अरविन्द केजरीवाल ने यूपी सरकार पर साधा निशाना

हाथरस पीड़िता के साथ हुए बलात्कार और रात के अंधेरे में होने वाले उसके अंतिम संस्कार को लेकर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कुछ लोगों ने हमारी हाथरस की बेटी के साथ ये अमानवीय कृत्य किया, उसके साथ बलात्कार हुआ और फिर उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई, आखिर में उस बेचारी की जान चली गई.

सीएम ने कहा कि एक तरफ़ तो उन दरिंदों ने उस लड़की के साथ ये कृत्य कर उसकी जान ले ली. और दूसरी तरफ़ सत्तापक्ष ने जो व्यवहार किया उस बच्ची के साथ, उस परिवार के साथ. हिन्दू धर्म में कहते हैं कि रात में चिता को अग्नि नहीं दी जाती है, लेकिन उसको रात को ही जला दिया गया. धर्म के और हमारी रीति के खिलाफ़ उसके परिवार को दर्शन नहीं करने दिये. उसके परिवार से बच्ची को छीन लिया गया

सीएम अरविंद केजरीवाल ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है जिस तरह से सत्तापक्ष हाथरस पीड़िता और उसके परिवार वालों के साथ व्यवहार किया वो बेहद ग़लत है. हम जनतंत्र में रहते हैं और सत्ता में बैठे लोगों को ये भूलना नहीं चाहिए कि वो इस देश के मालिक नहीं है बल्कि जनता के सेवक हैं. हाथरस की जो घटना हुयी है वो बहुत ज्यादा पीड़ादायी है. समाज के अंदर विकृति फैलती जा रही है

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लड़की के पिता ने कहा कि उन पर सरकारी अधिकारी दबाव डाल रहे हैं. उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. लड़की की मंगलवार सुबह मौत हो जाने के बाद देश में व्यापक स्तर पर रोष छाया हुआ है और उत्तर प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना की जा रही है. लड़की के पिता ने दावा किया कि पुलिस थाने जाने के लिये उन पर दबाव डाला गया, जहां जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने उनके परिवार के तीन सदस्यों से कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कराए.

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा द्वारा ट्विटर पर साझा किये गये लड़की के पिता के एक कथित वीडियो में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है लेकिन हम इससे संतुष्ट नहीं हैं. मेरी बेटी के मामले की जांच सीबीआई द्वारा कराई जानी चाहिए और इसकी निगरानी उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश करें. हम पर अधिकारियों का दबाव है और हमें हमारे घर में नजरबंद कर दिया गया और मीडिया को हमसे मिलने नहीं दिया जा रहा.

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