ऑड-ईवन से दिल्ली वायु प्रदूषण में आई 15 प्रतिशत की गिरावट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को डेयरिंग सिटीज-2020 सम्मेलन को डिजिटल मंच के जरिए कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले पांच सालों में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि हम बॉयो डिस्कंपोजर केमिकल युक्त नवीन स्थायी तकनीक को बढ़ावा दे रहे हैं जिसमें तरल घोल बनाकर फसल की पराली के ऊपर छिड़काव किया जाता है जो पराली को खाद में बदल देगा. इससे प्रदूषण की समस्या का समाधान करने में सहायता मिलेगी.
मुख्यमंत्री केजरीवाल को दुनिया के पांच शहरी नेताओं के बीच बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था. ‘डेयरिंग सिटीज 2020’ सम्मेलन में इस सम्मेलन की मेजबानी जर्मन सरकार के सहयोग से आईसीएलईएआई और जर्मनी के बॉन शहर द्वारा की गई. दरअसल ‘डेयरिंग सिटीज’ वायु प्रदूषण पर शहरी नेताओं का एक वैश्विक मंच है.
सीएम केजरीवाल को वायु प्रदूषण से निपटने के लिए की गई बहुस्तरीय कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए बोगोटा (कोलंबिया), साओ पाओलो (ब्राजील), लॉस एंजिल्स (यूएसए) और एंटेब्बे (युगांडा) के शहरी नेताओं और निर्णयकर्ताओं के साथ आमंत्रित किया गया था. यहां 10 हजार से अधिक महापौरों और नगर पार्षदों, शहरी विचारक नेताओं, राष्ट्रीय सरकार के प्रतिनिधियों, शोधकर्ताओं, व्यापार जगत के नेताओं और दुनियाभर के सभी समुदायिक आयोजक मौजूद थे.
1. दिल्ली में पिछले पांच वर्षों में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई उपाय किए गए हैं. दिल्ली सरकार ने हाल ही में प्रभावशाली ईवी पॉलिसी अधिसूचित की है, जिसके तहत 2024 तक दिल्ली में खरीदे जाने वाले नए वाहनों में से 25 प्रतिशत इलेक्ट्रिक व्हीकल्स होंगे.
2. दिल्ली सरकार बॉयो डीकंपोजर तकनीक को बढ़ावा दे रही है, जिससे घोल का मिश्रण पराली पर छिड़कने से वह खाद में बदला जाता है. उम्मीद है कि इस तकनीक के अपनाने से पराली जलाने की समस्या से निजात मिल सकेगी. इसके अलावा, हमने सफलता पूर्वक सम-विषम (ऑड-ईवन) योजना लागू की, जिससे वायु प्रदूषण में 15 प्रतिशत की गिरावट आयी. दिल्ली देश का एकमात्र राज्य है, जहां सभी थर्मल पावर प्लांट बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा, अधिक प्रदूषण फैलाने वाले ईंधनों पर प्रतिबंध लगा दिया है.
3. डेयरिंग सिटीज 2020’ सम्मेलन में बोलने के लिए आमंत्रित करना एक सम्मान की बात है. आप सभी जानते हैं कि पूरा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में है. कोरोना वायरस के कारण हमने देखा है कि कई जगहों लॉकडाउन किए गए. जब किसी भी जगह पर लॉकडाउन किया गया तो अचानक से हवा के स्तर में सुधार हुआ है. जिसने हमें यह अहसास कराया कि किस तरह मानव किस तरह पर्यावरण ढांचे और जलवायु को बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार है.
10. सार्वजनिक परिवहन प्रणाली और नॉन मोटराइज्ड व्हीकल पॉलिसी को बड़े स्तर पर लागू करने की योजना है. इलेक्ट्रिक वाहन नीति के तहत नई बसों में से कम से 50 फीसदी इलेक्ट्रिक बसें हों. दिल्ली सरकार ने हाल ही में एक बहुत ही प्रभावशाली इलेक्ट्रिक व्हीकल नीति अधिसूचित की है. जिससे बड़े स्तर पर इलेक्ट्रीक वाहनों को बढ़ावा मिलेगा. 2024 तक नए खरीदे जाने वाले वाहनों में से 25 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन होंगे.