Main Slideउत्तर प्रदेशदेशबड़ी खबर

ऑनलाइन क्लास कहीं लगा न दे साइबर क्लास:-

कोरोनाकाल में स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेज संचालित होने से अब पैरेंट्स के सामने सबसे बड़ी समस्या बच्चों को साइबर क्राइम का शिकार होने से बचाना है। स्टूडेंट्स के लिए अब मोबाइल जरूरी हो गया है। लेकिन जाने अनजाने में बच्चों से कई बार ऐसी गलतियां हो सकती हैं, जो कि बच्चों को मुश्किल में डाल सकता है। ऐसे में साइबर पुलिस स्टेशन ने पहल करते हुए स्कूली बच्चों को ऑनलाइन साइबर सेफ्टी क्लास भी देनी शुरू कर दी है। साइबर पुलिस स्कूली बच्चों को मोबाइल यूज करते समय और सावधानियां बरतने को लेकर लगातार अवेयर कर रही है। स्कूली बच्चों के लिए साइबर ग्रूमिंग और वीडियो चैटिंग खतरनाक साबित हो सकता है।

Online classes: Poor students in Delhi struggle due to lack of internet  connections- The New Indian Express

ऑनलाइन क्लासेज के लिए स्कूली बच्चे अब मोबाइल पर पूरी तरह से निर्भर हो चुके हैं। जिसका कोई ऑप्शन्स भी नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लासेज लेते समय मोबाइल का सही उपयोग करें, किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती या चैट बच्चे को मुश्किल में डाल सकता है। साइबर ग्रूमिंग एक बढ़ता साइबर थ्रेट है जो बच्चों को अधिक प्रभावित करता है, इसमें क्रिमिनल की ओर से फेक अकाउंट बनाकर बच्चों जैसा व्यवहार करते हैं और शोषण या यौन उत्पीड़न के मकसद से स्टूडेंट के साथ भावनात्मक संबंध बनाते हैं। यह एक साइबर क्राइम है। शुरुआत में साइबर ग्रूमर आपकी प्रशंसा कर सकता है और बच्चे के फेवर में किसी तरह का प्रपोजल दे सकता है। बाद में भद्दे मैसेज फोटोग्राफ और वीडियो भेजना शुरू करता है। इतना ही नहीं बच्चे से पर्सनल फोटो या वीडियो साझा करने को भी कह सकते हैं।

बच्चों पर फोकस जरूरी

साइबर पुलिस स्टेशन के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि साइबर पुलिस टीम द्वारा बच्चों को लगातार साइबर क्राइम को लेकर अवेयर किया जा रहा है। कोरोनाकाल में मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल से बच्चों का साइबर क्राइम का शिकार होने का ज्यादा खतरा है। ऐसे में बच्चों को अब ऑनलाइन ही साइबर का पाठ पढ़ाया जा रहा है। बच्चों को ये बताना जरूरी है कि मोबाइल यूज सिर्फ ऑनलाइन क्लास के लिए ही किया जाए। किसी भी अनजान लिंक पर जाने या अंजान व्यक्ति से कुछ भी शेयर करने से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि साइबर पुलिस की टीम लगातार वेबिनार और ऑनलाइन क्लासेज के जरिए बच्चों को अवेयर करने का काम कर रही है। इसमें पैरेंट्स की भी अहम भूमिका है। मोबाइल का इस्तेमाल करते समय बच्चों पर पैरेंट्स को ज्यादा फोकस करने की जरूरत है।

साइबर ग्रूमिंग से ऐसे बचें

– सोशल मीडिया पर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट ना करें।

– किसी अनजान व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल करने से बचें।

– ऐसे लोगों से बात ना करें जो आपकी पर्सनल, फोटो, वीडियो साझा करने को कहे।

– अगर किसी को फोटो शेयर की तो साइबर क्रिमिनल बच्चे को ब्लैकमेल कर सकता है।

– कई मामलों में क्रिमिनल बच्चे से पैसे की तक डिमांड कर सकता है।

स्कूली बच्चों को साइबर क्राइम के बारे में लगातार अवेयर किया जा रहा है। ऑनलाइन क्लासेज और वेबिनार के जरिए बच्चों को अनजान लोगों से बातचीत और फोटो, वीडियो शेयर न करने को लेकर बताया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button