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मलवां थाने के गांव में शिक्षिका की हत्या और दुष्कर्म की आशंका के बाद से लोगों में फैला आक्रोश

मलवां थाने के गांव में शिक्षिका की हत्या और दुष्कर्म की आशंका के बाद से लोगों में आक्रोश फैल गया है। यहां पर भी पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से हाथरस जैसे हालात बनने की ओर हैं। स्वजनों ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी से पहले शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है, जिससे तनाव की स्थिति बनी है और विपक्षी दलों के नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है। स्वजन सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा रहे है। इससे पहले पोस्टमार्टम के बाद सीधे अंतिम संस्कार के लिए शव भिजवाने के दबाव को लेकर भी स्वजनों और पुलिस के बीच बहस हुई थी।

पुलिस प्रथम दृष्टया मान रही हत्या

मलवां थाने के एक गांव में बुधवार की शाम शौच के लिए खेतों पर गई प्राइवेट टीचर को अगवा कर दुपट्टे से गला घोटकर हत्या कर दी गई थी। तलाश करते स्वजनों और ग्रामीणों ने शव की हालत और कपड़े अस्तव्यस्त देखकर दुष्कर्म के बाद हत्या की बात कही है। वहीं पुलिस ने प्रथम दृष्टया हत्या का मुकदमा दर्ज करके स्लाइड परीक्षण के बाद दुष्कर्म की पुष्टि होने की बात कही और शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था।

पोस्टमार्टम के बाद हुई पुलिस से तीखी झड़प

शव का पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस और स्वजनों के बीच अंतिम संस्कार को लेकर झड़प हुई। पुलिस शव को सीधे अंतिम संस्कार के लिए ले जाने और गांव नहीं ले जाने का दबाव बना रही थी। इसपर स्वजन शव गांव ले जाने के लिए अड़ गए तो पुलिस का बैकफुट में आना पड़ा। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार व सीओ सिटी संजय कुमार सिंह तनाव को दृष्टतिगत रखते हुए स्वजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। पिता व भाई का कहना था कि वह शव लेकर घर जाएंगे, उसके बाद ही अंतिम संस्कार करेंगे। करीब एक घंटे तक हुई झड़प बाद पुलिस के साथ स्वजन शव लेकर गांव रवाना हो गए।

कांग्रेस और सपा नेताओं का लगा जमावड़ा

शव लेकर गांव पहुंचने के बाद स्वजनों ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। स्वजनों ने 25 लाख रुपये मुआवजा, परिवार को नौकरी व अन्य आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। इससे तनाव का माहौल व्याप्त हो गया है और पीड़ित के घर पर विपक्षी दलों के नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सचान, सपा जिलाध्यक्ष विपिन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयालू भी मौजूद हैं। वहीं एडीएम पप्पू गुप्ता, एसडीएम प्रमोद झा के अलावा सीओ सिटी, बिंदकी व जाफरगंज सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया है। अधिकारी स्वजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। तनाव के मद्​देनजर भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात है।

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