सामूहिक दुष्कर्म से आहत किशोरी की खुदकुशी, कोतवाली प्रभारी और चौकी प्रभारी निलंबित
सामूहिक दुष्कर्म से आहत किशोरी की खुदकुशी करने की घटना के बाद से तनाव के हालात बन गए हैं। रात में ही आइजी और कमिश्न ने दौरा करके हालात का जायजा लिया और तत्काल प्रभाव से कोतवाली प्रभारी और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं बुधवार की सुबह शव की अंतिम संस्कार की तैयारी से पहले समाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं ने रोड जाम करने का प्रयास किया तो पुलिस अफसरों ने स्थिति संभाल ली है। माहौल तनावपूर्ण होने पर गांव में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
आहत किशोरी ने लगाई फांसी
जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर 15 वर्षीय अनुसूचित जाति की किशोरी ने मंगलवार सुबह करीब नौ बजे सूने घर में अंगौछे से फंदा बनाकर फांसी लगा जान दे दी। घटना के थोड़ी देर पहले ही उसके मां और पिता घर के करीब 200 मीटर दूर बनी कालोनी में चले गए थे। किशोरी का छोटा भाई घर के बाहर खेल रहा था, घर में बहन को फंदे पर लटका देखकर उसने मां और पिता को सूचना दी थी।
मां ने रो रोकर बयां की दास्तां
जांच के लिए पहुंचे एएसपी प्रकाशस्वरूप पांडेय, सीओ सिटी रजनीश कुमार यादव व कोतवाल जयशंकर सिंह को किशोरी की मां ने रो रोकर बताया कि आठ अक्टूबर की दोपहर करीब डेढ़ बजे गांव के तीन युवक घर के बाहर से बेटी को बाइक से अगवा कर ले गए थे। करीब 500 मीटर दूर जंगल में युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और हाथ-पैर बांधकर फेंक गए थे। ढूंढ़ते हुए जाने पर वह बंधी मिली थी। इस पर सरैयां पुलिस को भी जानकारी दी थी, बेटी एक आरोपित का नाम बता पाई थी। लोकलाज के चलते शिकायत नहीं की थी। घटना के बाद से बेटी गुमसुम और आहत थी। कर्वी कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपित के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, आत्महत्या के लिए उकसाने, बंधक बनाने, पाक्सो और एससीएसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया और आरोपितों की तलाश शुरू की
शव पहुंचते ही गांव में फैला आक्रोश
मंगलवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद रात में किशोरी का शव गांव पहुंचा तो आक्रोश फैल गया। रात होने के कारण अंतिम संस्कार नहीं किया गया और पुलिस ने सुबह के लिए पूरी तैयारी कर ली। लोगों में आक्रोश के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया, जिसके चलते भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। बुधवार की सुबह एक सामाजिक संस्था के लोगों ने सड़क जाम करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस अफसरों ने समझाकर उठा दिया है।
कोतवाली प्रभारी और चौकी इंचार्ज निलंबित
घटना की जानकारी के बाद मामले में कार्रवाई न करने को लेकर कोतवाली पुलिस की लापरवाही सामने आई है। एसपी अंकित मित्तल ने बताया कि जानकारी के बाद भी कार्रवाई नहीं करने पर कोतवाली प्रभारी जयशंकर सिह और सरैंया चौकी प्रभारी अनिल साहू को निलंबित कर दिया गया है। मुख्य आरोपित किशन को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार को घेरा
पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील है और बसपा, कांग्रेस और सपा समेत विभिन्न संगठनों के लोग भी पहुंच रहे हैं। घटना अब राजीनितक स्तर पर चर्चा का विषय हो गई है। आप सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट कर कहा है कि हाथरस के बाद चित्रकूट…अपराध की इंतिहा हो गई है। उन्होंने योगी सरकार को घेरा है।