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आजादपुर सब्जी मंडी में तीन वर्षों से बंद किसान भवन को खुलवाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता ने किया प्रदर्शन

आजादपुर सब्जी मंडी में तीन वर्षों से बंद किसान भवन को खुलवाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। दिल्ली भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद शहरावत, जिला अध्यक्ष राजकुमार भाटिया किसान भवन की सीढ़ियों पर लेट गए। इस दौरान विनोद सहरावत ने कहा है कि आजादपुर मंडी प्रशासन तीन वर्षों से किसान भवन नहीं खोल रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से मंडी में कारोबार करने के लिए आने वाले किसानों को रहने की सुविधा नही मिल पाती । किसान बाहर होटलों में रहने को मजबूर है।

उन्होंने कहा कि भाजपा कि मांग है कि किसान भवन को फिर से खोला जाए और किसानों को यहां पर फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा दी जाए। आजादपुर मंडी प्रशासन तीन दिन के अंदर किसान भवन खोलने को लेकर स्थिति स्पष्ट करें। नहीं तो भाजपा की ओर से बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा।

इससे पहले बुधवार को भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि तीन वर्षों से किसानों के लिए बना यह भवन बंद है। मंडी में अराजकता करने और किसान भवन पर कब्जा करने वालों को रोकने की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है, लेकिन वह चुप्पी साधे हुए है। मजबूरन भाजपा को यह कदम उठाना पड़ रहा है।

छात्रों का परीक्षा शुल्क जमा करे सरकार: आदेश गुप्ता

वहीं, भाजपा ने दिल्ली सरकार से पिछले वर्ष की तरह इस बार भी 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों की बोर्ड परीक्षा के लिए शुल्क जमा करने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि सरकार के इन्कार से आर्थिक रूप से गरीब छात्र परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनावी फायदे के लिए पिछले वर्ष आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने परीक्षा शुल्क जमा किया था। चुनाव जीतने के बाद इस बार वह इससे मुकर गई है। इस समय कोरोना संकट के कारण लोग आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं।

इस हालात में सरकार का यह रवैया अनुचित है। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रति छात्र 1500-2500 रुपये तक शुल्क जमा किया जाता है। कई लोगों के पास इस समय रोजगार के साधन नहीं हैं, इसलिए सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए। सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कोई भी छात्र पैसे की कमी के कारण परीक्षा देने से वंचित न रह जाए।

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