मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर ने सरकार से की ये अपील
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर ने एक विवादित बयान दिया है. इंदौर में मंगलवार को ऊषा ठाकुर ने कहा कि मदरसों में सभी आतंकी पैदा होते हैं. मदरसों ने जम्मू-कश्मीर को एक आतंकवादी कारखाने में बदल दिया था. मदरसे जो राष्ट्रवाद का पालन नहीं कर सकते हैं, उन्हें मौजूदा शिक्षा प्रणाली में विलय कर दिया जाना चाहिए.
मंत्री ऊषा ठाकुर ने सरकार से अपील की कि सरकारी खर्च पर चलने वाले मदरसों को बंद कर दिया जाए. ऊषा ठाकुर ने कहा कि कि इन मदरसों में कट्टरवादी और आतंकवादी पैदा होते हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर के आतंकवाद का हवाला भी दिया. साथ ही कहा कि वक्फ बोर्ड अपने आप में ही एक मजबूत संस्था है इसलिए इसकी शासकीय मदद बंद की जानी चाहिए.
मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थी एक समान होते हैं. धर्म आधारित शिक्षा से कट्टरता पनप रही है और विद्वेष का भाव फैल रहा है. वक्फ बोर्ड एक सक्षम संस्था है. मदरसों की शासकीय मदद भी बंद होना चाहिए. यदि कोई निजी तौर पर धार्मिक संस्कार देना चाहता है तो हमारा संविधान उसके लिए छूट देता है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कैबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार 15 महीने की झूठ की सरकार रही, मंदिरों पर 10 प्रतिशत टैक्स लगाया गया और सरकारी खजाने से मौलवियों और इमाम को 5 हजार रुपया दिया गया, उसका जवाब जनता 3 नवंबर को देगी.
ऊषा ठाकुर के बयान पर जमीयत उलेमा मध्यप्रदेश ने ऐतराज जताया है. जमीयत उलेमा मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष हाजी हारून ने ऊषा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर की मांग की है. उन्हों ने कहा कि बयान बेहद अफ़सोसजनक है. आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता है. मुख्यमंत्री शिवराज जल्द से जल्द ऊषा ठाकुर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें.