उत्तर प्रदेश

पूर्व महापौर डा. सत्या पांडेय ने कहा-नारी अगर जननी मार्गदर्शक है तो आवश्यकता पडऩे पर वह दुष्टों की संहारक भी है…

विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति व दुर्गावाहिनी की महानगर कार्यकर्ताओं की ओर से सरस्वती बालिका विद्यालय सूरजकुंड में दुर्गा अष्टमी और शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मां भगवती के चित्र के समक्ष पहले दुर्गा चालीसा का पाठ किया और फिर शस्त्रों की पूजा की।

जननी के साथ मार्ग दर्शक है नारी

आयोजन की मुख्य अतिथि पूर्व महापौर डा. सत्या पांडेय ने कहा कि नारी अगर जननी है, मार्गदर्शक है तो आवश्यकता पडऩे पर वह दुष्टों की संहारक भी है। अगर नारी शक्ति जागृत हो जाए तो समाज की तमाम बुराइयां खुद-ब-खुद समाप्त हो जाती हैं। इतिहास गवाह है कि जब-जब नारी ने समाज का नेतृत्व किया है इतिहास में परिर्वतन हुआ। नारियों को कभी भी अपने को कमजोर नहीं समझना चाहिए। उनमें अपार ताकत है। बुराइयों को प्रतिकार करना होगा।

हर क्षेत्र में है नारियों का दखल

विद्यालय की प्रधानाचार्य सरोज त्रिपाठी ने कहा कि अब नारी अबला नहीं रही, वह जीवन के हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां महिलाएं उच्‍च पदों पर न हों। आज हर क्षेत्र में महिलाओं का सम्‍मान हो रहा है। सरकार की तरफ से योजनाएं चलाई जा रही हैं। कार्यक्रम भी हो रहे हैं। आयोजन को पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रीता मिश्रा, रणदीप कौर, रूपरानी आदि ने भी संबोधित किया। संचालन विनीता पांडेय और आभार ज्ञापन माया गुप्ता ने किया। इस दौरान परिषद के प्रांत समन्वयक विश्व प्रताप सिंह, बजरंग दल के सह-संयोजक दुर्गेश त्रिपाठी, सुनीता सिंह, कंचन खेमका आदि मौजूद रहीं।

Related Articles

Back to top button