गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मोढवाडिया ने पाटिल को दागी नेता बताया तो पाटिल ने उन पर दस करोड़ का मानहानि मुकदमा करने की चेतावनी दे डाली।
गुजरात में आठ विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस ने पूरी ताकत झौंक दी है, दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर जुबानी तीर चला रहे हैं। कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल को दागी बताते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में खुद पाटिल ने चुनाव आयोग को सौंपे गये अपने शपथ पत्र में यह उल्लेख किया है कि उनके खिलाफ 107 कानूनी केस विचाराधीन हैं।
इसके जवाब में पाटिल ने मोढवाडिया को यह साबित करने की चुनौती देते हुए कहा है कि आज की तारीख में उनके खिलाफ एक भी केस नहीं है। हाल ही दागी नेताओं के खिलाफ केसों को हर रोज सुनने के निर्देश के साथ न्यायालय की ओर से जारी सूची में उनका नाम नहीं है। पाटिल ने मोढवाडिया से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात कही है, माफी नहीं मांगने पर उन्होंने दस करोड का मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी भी दी है। गौरतलब है कि पाटिल ने वर्ष 2014 में चुनाव आयोग को सौंपे गये नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र में यह उल्लेख किया था कि उनके खिलाफ 107 कानूनी केस चल रहे हैं, हालांकि पाटिल का दावा है कि आज की तारीख में उनके खिलाफ एक भी फौजदारी केस नहीं चल रहा है।
विपक्ष के विधायक को मिलती है कम ग्रांट
गुजरात के सामाजिक न्याय मंत्री रमण पाटकर ने कहा कि विपक्ष के विधायक को कम ग्रांट मिलती है, इसलिए विकास कराना है तो सत्ता पक्ष के विधायक को ही मत दें। पाटकर भाजपा के प्रत्याशी जीतू चौधरी की चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जीतू चौधरी जब कांग्रेस विधायक थे तब काम कराना मुश्किल होता था चूंकि विपक्ष के विधायकों को कम ग्रांट मिलती है, लेकिन अब वे कपराडा में आसानी से विकास कार्य करा सकेंगे। कांग्रेस ने इस बयान को हाथों हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की सरकार पर पलटवाकर करते हुए कहा है कि राज्य में सरकार संविधान के विरुद्ध काम कर रही है। विधायक गुलाब सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री खुद यह बात स्वीकार कर रहे हैं कि गुजरात में विपक्ष के विधायकों को विकास के लिए कम अनुदान दिया जाता है।
कांग्रेस को विकास में नहीं विरोध में ही रुचि होती है। कांग्रेस देशभर में टूट रही है, उपचुनाव के बाद एक बार फिर गुजरात में भी कांग्रेस टूटेगी। रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस फुट डालो ओर राज करो की नीति से चलती है। गुजरात में 8 सीट में से भाजपा के जो भी हाथ लगेगी वह पार्टी के लिए नफा ही है।