चाइना और श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टियों के बीच सेमिनार आयोजित :-
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और श्रीलंका की पीपुल्स फ्रंट पार्टी ने 4 नवंबर को वीडियो सम्मेलन के जरिए सत्तारूढ़ पार्टियों के बीच पार्टी व देश के शासन अनुभवों पर उच्चस्तरीय सेमिनार की शुरूआती रस्म आयोजित की। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय समिति के अंतरराष्ट्रीय सम्पर्क मंत्री सोंग थाओ ने श्रीलंका की पीपुल्स फ्रंट पार्टी के मुख्य नेताओं के साथ पार्टी की शासन शक्ति बढ़ाने और बेल्ट एंड रोड के सहनिर्माण आदि मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने शुरूआती रस्म के लिए बधाई पत्र भेजा। सोंग थाओ ने चीन और श्रीलंका के संबंधों की सकारात्मक प्रशंसा की। सोंग थाओ ने कहा कि पिछले मई में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के साथ फोन पर बातचीत की। उन्होंने नई स्थिति में विभिन्न क्षेत्रों में चीन-श्रीलंका संबंधों व सहयोग को आगे बढ़ाने पर महत्वपूर्ण सहमति हासिल की और दो सत्तारूढ़ पार्टियों के बीच पार्टी व देश के शासन अनुभवों के गहन आदान-प्रदान के लिए रास्ता दिखाया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी श्रीलंका की पीपुल्स फ्रंट पार्टी के साथ दोनों देशों के नेताओं के बीच संपन्न अहम सहमतियों का सक्रिय कार्यान्वयन करने, रणनीतिक संपर्क को मजबूत करने, राजनीतिक आपसी विश्वास बढ़ाने और एक दूसरे से सीखने को तैयार है, ताकि पार्टी की शासन शक्ति उन्नत करते हुए बेल्ट एंड रोड सहयोग के सहनिर्माण में मदद मिल सके, दोनों देशों की जनता की भलाई की जा सके और क्षेत्रीय व वैश्विक शांति, स्थिरता व समृद्धि में योगदान दिया जा सके।
श्रीलंका की पीपुल्स फ्रंट पार्टी के महासचिव सागर ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे का बधाई पत्र पढ़ा। महिंद्रा ने बधाई पत्र में श्रीलंका और चीन के बीच पारंपरिक मित्रता का सिंहावलोकन करते हुए कहा कि श्रीलंका उत्सुकता से विभिन्न क्षेत्रों में चीन के साथ व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी संबंधों को गहरा करने की उम्मीद करता है।
सम्मेलन में उपस्थित श्रीलंका के नेताओं ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 19वीं केंद्रीय समिति के 5वें पूर्णाधिवेशन के सफल आयोजन की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन द्वारा प्राप्त विशाल विकास उपलब्धियों की प्रशंसा की और कोविड-19 के मुकाबले व सामाजिक व आर्थिक विकास में श्रीलंका को निस्वार्थ समर्थन और सहायता प्रदान करने के प्रति चीन को धन्यवाद दिया। श्रीलंका चीन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों के विकास को बहुत महत्व देता है।
माना जाता है कि दोनों सत्तारूढ़ पार्टियों के घनिष्ठ संपर्क राष्ट्रीय शासन अनुभवों के आदान-प्रदान बढ़ाने और राजनीतिक पारस्परिक विश्वास को मजबूत करने के लिए लाभदायक है। श्रीलंका दोनों पक्षों के बीच सहयोग व आदान-प्रदान बढ़ाने, बेल्ट एंड रोड के सहयोग आगे बढ़ाने को तैयार है।