32वें जन्मदिन पर तेजस्वी यादव को मिलेगा अब तक का सबसे बड़ा सियासी तोहफा :-
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी यादव आज 31 साल के हो गए। 32वां जन्मदिन मना रहे तेजस्वी यादव को क्या बिहार की जनता मुख्यमंत्री की कुर्सी का उपहार देगी? एग्जिट पोल में तो यही अनुमान सामने आए हैं। हालांकि, चुनाव नतीजे तेजस्वी के जन्मदिन के एक दिन बाद आएंगे। ऐसे में अगर नतीजे एग्जिट पोल के मुताबिक ही रहे तो तेजस्वी को अपने 32वें जन्मदिन पर अब तक का सबसे बड़ा सियासी तोहफा मिल सकता है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कार्यकर्ताओं से सादगी से जन्मदिन मनाने की अपील की है। चुनाव प्रचार के अभियान का अग्रिम मोर्चे से नेतृत्व करते हुए तेजस्वी ने महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में 250 से अधिक चुनावी जनसभाएं कीं। 9वीं कक्षा तक पढ़ाई करने वाले तेजस्वी लालू प्रसाद यादव के पुत्र हैं।
तेजस्वी को राजनीति विरासत में मिली है। तेजस्वी ने पहली बार साल 2015 में राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। पहला ही चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रहे। तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम बनाया था। हालांकि, बाद में आरजेडी और जेडीयू का गठबंधन टूट गया और दोनों दलों की राह जुदा हो गई।
जेडीयू से गठबंधन टूटने के बाद आरजेडी विपक्ष में आ गई। तब तेजस्वी की भूमिका भी बदल गई। तेजस्वी को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया। विधानसभा चुनाव में भी आरजेडी ने तेजस्वी को नीतीश के खिलाफ चेहरा बनाया। तेजस्वी ने आरजेडी की सरकार रहते 15 साल में हुई गलतियों के लिए माफी मांगकर अपनी सियासी मंशा साफ कर दी थी।
बिहार विधानसभा के लिए मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद आए एग्जिट पोल में तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद बनकर उभरे हैं। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में 44 फीसदी लोगों ने तेजस्वी को सीएम पद के लिए पहली पसंद बताया है। अगर एग्जिट पोल के अनुमान नतीजों में तब्दील होते हैं तो तेजस्वी यादव का सीएम बनना तय है।
तेजस्वी यादव राजनेता के साथ ही एक क्रिकेटर भी हैं। तेजस्वी यादव ने झारखंड की टीम से घरेलू क्रिकेट खेला है। इसके अलावा वे इंडियन प्रीमियर लीग का भी हिस्सा रहे हैं। तेजस्वी साल 2008, 2009, 2011 और 2012 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल) से जुड़े रहे। दिल्ली डेयरडेविल्स ने तेजस्वी को 4 साल खरीदा जरूर, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।