दिल्ली में कोरोना का तीसरा फेज चरम पर फिर भी नहींरहा कोई भी खौफ दिवाली की खरीदारी करने हजारों की तादाद में बाजार पहुंचे लोग
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की तीसरी लहर है. लोगों का कहना है कि यहां कोरोना अपने तीसरे फेज के चरम पर पहुंच गया है.
यही वजह है कि हजारों संक्रमित मरीज रोज सामने आ रहे हैं. इसके बाद भी लोगों के मन में कोरोना के लेकर बिल्कुल भय नहीं हैं. मार्के्टस और और शॉपिंग मॉल्स में दिवाली से पहले खरीदारी कर रहे लोगों की भीड़ देखने से तो ऐसा ही लगता है. दिल्ली के अधिकांश मार्केट में कोविड के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. कई लोग बिना मास्क के भी मार्केट में घूम रहे हैं.
दिल्ली के मार्केट में भीड़ का आलम यह है कि सड़कों पर चलने की जगह तक नहीं है. लोग मार्केट में एक-दूसरे से टकराते हुए चल रहे हैं. खासकर दिल्ली के सरोजिनी नगर मार्केट में कुछ ज्यादा ही भीड़ देखने को मिल रही है. यहां पर पूरे शहर से लोग दिवाली त्योहार से पहले खरीदारी करने के लिए आ रहे हैं. दरअसल, दिल्ली में आज ही कोरोना के 7745 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, अब कुल मामले 4,38,529 हो गए हैं.
बता दें किस्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने रविवार को कहा था कि राजधानी में कोविड-19 का तीसरे दौर चरम पर है और मामलों की संख्या देखकर लगता है कि यह अब तक का सबसे बुरा चरण है. मंत्री ने कहा कि सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिये बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन होटलों और बारातघरों की सेवाएं लेने की अभी कोई योजना नहीं है.
जैन ने कहा, दिल्ली में कोविड-19 का तीसरा दौर चरम पर है. मामलों की संख्या से प्रतीत होता है कि यह अब तक का सबसे बुरा दौर है. लेकिन जल्द ही मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी. मंत्री ने कहा कि मामलों में वृद्धि की वजह तेजी से जांच किया जाना और संक्रमितों का पता लगाना है.
उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही मामलों में तेज वृद्धि का एक प्रमुख कारण है. जैन ने कहा, कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे मास्क नहीं पहनेंगे तो भी उन्हें कुछ नहीं होगा. वे गलत सोच रहे हैं. जब तक कोविड-19 रोधी टीका तैयार नहीं हो जाता, तब तक मास्क ही एकमात्र दवा है.