नहीं खुले कोचिंग सेंटर्स, दीपावली के बाद उम्मीद :-
देहरादून में 10 नवंबर से कोचिंग सेंटर्स को सशर्त खोलने की दी गई थी मंजूरी फेस्टिव सीजन देखते हुए स्टूडेंट्स नहीं दिखा रहे इंट्रेस्ट, दीपावली के बाद खुलेंगे सेंटर्स प्रशासन की कोचिंग सेंटर्स को खोलने की परमिशन देने के बाद भी ट्यूजडे को दून में अधिकतर कोचिंग सेंटर नहीं खुले। प्रशासन ने 10 नवंबर से सशर्त कोचिंग सेंटर्स खोलने की परमिशन दी थी। कोचिंग सेंटर्स संचालकों को कहना है पैरेंट्स से परमिशन लेटर मिलने के लिए दीपावली तक का इंतजार किया जा रहा है। दून में दीपावली के बाद ही अधिकतर कोचिंग सेंटर्स खुलने जा रहे हैं। करीब आठ माह से देहरादून में कोचिंग सेंटर बंद पड़े हैं। दून को एजुकेशन हब कहा जाता है, यहां मेडिकल, इंजीनियरिंग, डिफेंस समेत कई दूसरे प्रोफेशनल कोर्सज के लिए कोचिंग दी जाती है। दून में तकरीबन 300 कोचिंग सेंटर हैं। जो कि करनपुर, नेहरू कॉलोनी, राजपुर रोड और जीएमएस रोड पर हैं। लॉकडाउन के बाद से ही स्कूलों के साथ कोचिंग सेंटर भी बंद कर दिए गए थे। अनलॉक होने के बाद शासन ने बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए स्कूल तो खोल दिए लेकिन कोचिंग सेंटर्स को खोलने के लिए प्रशासन को जिम्मेदारी दी गई। डीएम डॉ। आशीष श्रीवास्तव ने दो नवंबर को स्कूल खुलने के बाद कोचिंग सेंटर के संचालकों को भी स्कूलों के लिए जारी गाइडलाइन के अनुरूप ही संस्थान खोलने की अनुमति दी, जिसके लिए 10 नवंबर की डेट तय की गई थी। डीएम ने कोचिंग सेंटर्स संचालकों को पैरेंट्स की ओर से परमिशन लेटर मिलने के बाद ही स्टूडेंट्स को संस्थान में एंट्री देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मास्क, सोशल डिस्टेसिंग और सेनेटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य किया गया है।
बलूनी क्लासेज के निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि दून में लोकल से ज्यादा पहाड़ी स्टूडेंट्स और दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स प्रिपरेशन करते हैं, फेस्टिव सीजन में स्टूडेंट्स घर पर ही रहते हैं। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को पैरेंट्स की परमिशन भी साथ में लानी है। जिसके लिए कुछ दिनों का इंतजार किया जा रहा है। दीपावली होने के बाद ही कोचिंग सेंटर्स खुलेंगे। वीआर क्लासेज के एमडी ई। वैभव राय का कहना है कि कई स्टूडेंट्स इस बार लंबा गैप होने की वजह से कोचिंग सेंटर्स का रुख नहीं कर रहे हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि दीपावली के बाद स्टूडेंट्स कोचिंग सेंटर्स में आने को हामी भर सकते हैं।
क्लास में मिनिमम स्टूडेंट्स के लिए सीटिंग अरेंजमेंट स्टाफ और स्टूडेंट्स के लिए मास्क अनिवार्य एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग और सेनेटाइजर अनिवार्य हर क्लास के बाद सेनेटाइजेशन अनिवार्य ऑनलाइन क्लासेज भी चलती रहेंगी एक क्लास का टाइम पीरियड किया गया है। स्टूडेंट्स को क्लास के लिए अलग-अलग टाइम या डे पर बुलाया जाएगा।