छेड़खानी के विरोध में महिला को जिंदा जलाने पर राहुल गांधी ने कहा- ‘चुनावी फायदे के लिए…’
बिहार के वैशाली के देसरी में छेड़खानी का विरोध करने पर जिन्दा जलायी गई 20 साल कि लड़की के हत्यारों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। ऐसे में पुलिस इस समय आरोपियों की तलाश में लगी हुई है और ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार सरकार पर हमला किया है.
उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है, ‘किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है- जिसने ये अमानवीय कर्म किया? या जिसने चुनावी फ़ायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे ‘सुशासन’ की नींव रख सके?’ इस कैप्शन के साथ उन्होंने एक अखबार की खबर शेयर की है जिसमे लड़की के जिन्दा जलाने की खबर है. आपको बता दें कि इस मामले में लापरवाही किये जाने के आरोप में एक एसएचओ को निलंबित भी किया जा चुका है। वहीं इस घटना को लेकर महिला संगठनों से जुड़ी महिलाएं सामने आ चुकी हैं और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है।
किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है-
जिसने ये अमानवीय कर्म किया?
या
जिसने चुनावी फ़ायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे 'सुशासन' की नींव रख सके? pic.twitter.com/VDIeL19F3Q
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 17, 2020
इस बारे में ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि, ‘पुलिस द्वारा अपराधियों को संरक्षण देना बंद होना चाहिए।’ वहीं इस मामले में मृतका की मां ने बताया कि, ’30 अक्टूबर की सुबह तीन लड़कों ने उसकी बेटी के साथ छेड़खानी की, जिसका उसने विरोध किया तो किरासन छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया गया। पीएमसीएच में रेफर होने के बाद 15 नवम्बर को उसकी मौत हो गई।’ वहीं ऐपवा महासचिव मीना तिवारी से बात करते हुए मृतका की मां ने कहा कि ‘मुझे बस इंसाफ चाहिए और कुछ नहीं।’