Main Slideदेशबड़ी खबर

छठ महापर्व की अनुमति की मांग को लेकर दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा ने मुख्यमंत्री आवास पर किया प्रदर्शन :-

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में सार्वजनिक जगह पर होने वाले छठ पूजा कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके विरोध में आज दिल्ली भाजपा महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष कौशल मिश्रा ने पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन किया और छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति की मांग की। प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार, दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा पूर्व अध्यक्ष मनीष सिंह, सूरजभान पांडे ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस प्रदर्शन में बिपिन बिहारी सिंह, निर्मल मिश्रा, प्रदीप सिंह, अमरनाथ झा, अवनीश कुमार, आचार्य एस के मिश्रा सहित छठ पूजा समितियों के प्रमुख और सैकड़ों पूर्वांचलवासियों ने हिस्सा लिया।
प्रदेश महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल साप्ताहिक बाजार, मॉल, शराब के ठेके खोलने, ई-रिक्शा, फुल कैपेसिटी के साथ डीटीसी बस चलाने की अनुमति दे सकते हैं, यहां तक की दिवाली और स्वयं अक्षरधाम मंदिर में गाहे-बगाहे के साथ पूजन कर सकते हैं तो फिर छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगाकर लाखों पूर्वांचलवासियों के साथ भेदभाव क्यों कर रहे हैं? धर्म, आस्था और परंपरा को निभाने वाले पूर्वांचलवासियों के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल का यह दुर्व्यवहार असहनीय है।
अगले 24 घंटे में मुख्यमंत्री केजरीवाल छठ महापर्व पर लगाए गए प्रतिबंध के तुगलकी फरमान को वापस लें और छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति दें। जिस प्रकार मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्र को पत्र लिखकर छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव भेजा उसी प्रकार मुख्यमंत्री केजरीवाल उपराज्यपाल को छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति का प्रस्ताव भेजें, हम उपराज्यपाल से अनुमति लेकर आएंगे।

Protest March against Chhath Puja Ban in Delhi by BJPs Purvanchal Morcha to  CM Arvind Kejriwal house
दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष कौशल मिश्रा ने कहा कि किसी भी पूर्वांचलवासी ने यह नहीं सोचा था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल पूर्वांचलवासियों की आस्था, साधना और विश्वास के महापर्व छठ के आयोजन पर ही प्रतिबंध लगा देंगे और अपनी धार्मिक परंपरा को निभाने के लिए पूर्वांचलवासियों को इस तरह से धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा। अगर मुख्यमंत्री केजरीवाल की नियत साफ होती और उन्हें सच में पूर्वांचलवासियों की परवाह होती तो छठ घाटों पर समुचित व्यवस्था करवा दिया होता लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। कई बार मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने बयानों के माध्यम से यह जाहिर किया है कि वह पूर्वांचल विरोधी हैं और अब पूर्वांचलवासियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने मुख्यमंत्री केजरीवाल ने छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगाया है।

Related Articles

Back to top button