आलू-प्याज की कीमत ने बिगाड़ा आम आदमी की रसोई का बजट, सिर्फ 13 दिन में बढ़ें 19 से 20 रु किलो तक दाम :-
आलू-प्याज के बढ़ते दाम का सीधा असर आम-आदमी की रसोई के बजट पर पड़ा है. लगातार बढ़ोत्तरी के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि दिवाली बीतने के बाद शायद कीमत में कुछ गिरावट आए. लेकिन इनकी कीमतों में खास कमी नहीं आई है. दिवाली के बाद भी आलू और प्याज के दाम उंचे बने हुए हैं. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स पर दिए गए प्राइस रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली में आलू का रिटेल भाव 45 रुपये प्रति किलो और प्याज 55 रुपये प्रति किलो बना हुआ है |
13 दिन में बढ़ें 19 से 20 रु प्रति किलो तक प्याज के दाम-
अगर प्याज की कीमत की बात करें तो रिपोर्ट के मुताबिक 17 अक्टूबर को प्याज का दाम 43 रुपये प्रति किलो था जबकि 13 दिनों बाद ही यानी 3 नवंबर को इसकी कीमत बढ़कर 62 रुपये प्रति किलो हो गई. पिछले हफ्ते 56 रुपये प्रति किलो के भाव पर और 17 नवबंर को 55 रुपये प्रति किलो बिका. वहीं आलू 17 अक्टूबर को दिल्ली में आलू की कीमत 40 रुपये प्रति किलो थी जो 17 नवंबर को बढ़कर 45 रुपये प्रति किलो हो गई |
फसल खराब हुई कृषि विशेषज्ञ बिनोद आनंद ने कहा कि प्याज की कीमतों में तेजी की बड़ी वजह फसल का खराब होना है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश से इस समय खरीफ की प्याज बाजार में आती थी. लेकिन, इन राज्यों में भारी बारिश के चलते 40 45 फीसदी फसल खराब हो गई है. आमतौर पर नवरात्रि में प्याज की खपत कम हो जाती है इसलिए रेट घट जाता है, लेकिन इस बार कीमत कमी की बजाए बढ़ोत्तरी ही दर्ज की गई. ऐसे हालात में इस साल प्याज सस्ता होना मुश्किल है |
जमाखोरी बिनोद आनंद बताते हैं कि मौसम की मार को देखते हुए व्यापारियों ने इसकी जमाखोरी (Hoarding) करनी शुरू कर दी है. एसेंशियल कमोडिटी एक्ट में संशोधन के बाद अब जमाखोरी लाइसेंसी हो गई है. पिछले साल 29 सितंबर को थोक विक्रेताओं को 50 मिट्रिक टन और खुदरा के लिए 10 मिट्रिक टन भंडारण का स्टॉक तय किया था. तब इससे ज्यादा जमाखोरी करते वक्त व्यापारी थोड़ा डरते थे |
एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी नासिक स्थित लासलगांव की मंडी के सेक्रेटरी वाधवाने ने बताया कि वहां की मंडी से प्याज 4000 प्रति क्विंटल के भाव से निकला. वहीं आजादपुर मंडी पोटैटो ओनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि दिल्ली की आजादपुर मंडी से प्याज 40 45 रुपये प्रति किलो के भाव से निकल रही है, विदेशों से आने वाली प्याज 18 20 रुपये प्रति किलो के भाव से निकल रही है |
आलू और प्याज का हुआ पर्याप्त उत्पादन-
कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट के मुताबिक 2018 19 में प्याज का उत्पादन 2.28 करोड़ टन था जो इस साल 2019 20 मंत्रालय के दूसरे अग्रिम आकलन में 2.67 करोड़ टन है |