राष्ट्रीय राजधानी के दो जिलो में हुआ कोरोना का विस्फोट
दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी के दो जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं. इन दोनों जिलों में सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन के साथ ही सबसे अधिक एक्टिव केस हैं. साउथ-वेस्ट और साउथ जिले सबसे अधिक कोरोना की मार झेल रहे हैं.
गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ-वेस्ट जिले में सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इस जिले में 740 कंटेनमेंट जोन के साथ ही 6391 एक्टिव केस है. इसके अलावा साउथ जिले में भी 700 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. यहां 5815 एक्टिव केस है. वहीं, नार्थ-वेस्ट जिले में 5225 एक्टिव केस हैं.
15 नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में अभी 43 हजार 774 एक्टिव केस हैं और 11 जिलों में 4430 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इन्हीं कंटेनमेंट जोन में राजधानी के 35.35 फीसदी एक्टिव केस हैं. बाकी एक्टिव केस, कंटेनमेंट जोन से बाहर मिले हैं. कई विशेषज्ञ दिल्ली के कंटेनमेंट जोन पॉलिसी को बदलने की मांग कर रहे हैं.
12 सितंबर तक दिल्ली के सभी एक्टिव केस में महज 19 फीसदी ही कंटेनमेंट जोन में थे. 18 अक्टूबर तक यह आंकड़ा बढ़कर 33 फीसदी हो गया. बताया जा रहा है कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पॉलिसी में बदलाव की रणनीति बनाई जा रही है. जून तक 421 कंटेनमेंट जोन में 3 लाख लोग रह रहे थे, जबकि 15 नवंबर तक 4430 कंटेनमेंट जोन में 1.60 लाख लोग रहते हैं.
साथ ही यह भी बता दें, राजधानी में 24 घंटे में मौत का नया रिकॉर्ड बन गया है. एक दिन में कल सबसे ज्यादा 131 लोगों ने जान गंवाई. अब तक 24 घंटे में इतनी संख्या में कोरोना से जान नहीं गई. वही 24 घंटे में 7486 नए मामले दर्ज किए गए. इसके साथ ही दिल्ली में कुल मामलों की संख्या 5 लाख के पार चली गई, जबकि कल 6901 मरीज रिकवर हुए.