जब तक ईवीएम रहेगा, भाजपा का राज रहेगा – रिजवी :-
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को ईवीएम जैसी संदेहास्पद प्रणाली बाबत् सुझाव प्रेषित कर कहा है कि देश के राजनीति विशेषज्ञों के साथ-साथ आम नागरिक भी चुनाव दर चुनाव ईवीएम का दुरूपयोग किये जाने के संदर्भ में गहन संदेह व्यक्त करते आ रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि ईवीएम प्रणाली के भारी दुरूपयोग के विषय में उक्त मशीन में गुंजाईश है जिससे चुनावी नतीजे संदेहास्पद लगने लगे हैं। शंकास्पद ईवीएम प्रणाली बाबत् गहन मंथन आवश्यक प्रतीत होने लगा है। ऐसे में सहज ही ये प्रश्न उभरता है कि स्वयं जापान और अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी जैसे अन्य पश्चिमी देश जो कि ईवीएम के उपयोग को पूर्णतः बंद कर मतदान हेतु पुनः पुरातन और असंदिग्ध बैलेट पेपर प्रणाली का उपयोग करने लग गये हैं तो फिर हम ही क्यों इस शंकास्पद मतदान प्रणाली से चिपके हुए हैं –
रिजवी ने कहा है कि उपरोक्त घनीभूत संदेहो के दायरे में यह पूर्णतः स्पष्ट हो जाता है कि चुनाव आयोग को सक्षम अधिकारियों सहित एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को उपरोक्त उल्लेखित देशों में भेजकर कम से कम यह तो पता कर देश को बताना चाहिए कि क्यों उन देशो ने चुनावों में ईवीएम का उपयोग पूर्णतः बंद कर दिया है जो कि स्वयं इस ईवीएम के आविष्कर्ता थे? ईवीएम प्रणाली संदेहो से घिरी होने के कारण चुनाव पश्चात् चुनाव देश के निष्पक्ष नागरिको एवं चुनावी महारथियों के मध्य व्यापक विवाद का विषय बना हुआ है जो स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था के विपरीत है। अतः भारत निर्वाचन आयोग से अपेक्षा है कि जनमत की प्रबल आवश्यकता-आकांक्षा को दृष्टिगत् रखते हुए उक्तानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाये एवं परंपरागत बैलेट पेपर प्रणाली को पूर्ववत् स्थापित कर देश की गौरवशाली स्वस्थ निर्वाचन प्रणाली बहाल की जाये।