बड़ी खबर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजकोट, सूरत और वडोदरा में लगाया गया कर्फ्यू
अहमदाबाद के बाद अब गुजरात सरकार ने राजकोट, सूरत और वडोदरा में भी कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. इस कर्फ्यू के दौरान रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 तक पाबंदियां जारी रहेंगी. सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए उठाया है. गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल के मुताबिक, यह कर्फ्यू कल यानि शनिवार से लागू होने जा रहा है.
राज्य में बढ़ते कोरना वायरस के प्रकोप को लेकर सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है. बीते कुछ दिनों में गुजरात सरकार ने महामारी को लेकर कई बड़े फैसले लिए.
हाल ही में राज्य सरकार ने स्कूल दोबारा खोले जाने के फैसले को वापस लिया है. पहले सरकार ने कहा था कि राज्य में आगामी 23 नवंबर से स्कूल और कॉलेज खुल जाएंगे, लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है. सरकार ने फिलहाल नई तारीखों की घोषणा नहीं की है.
सूरत, वडोदरा राजकोट से पहले सरकार ने गुरुवार को अहमदाबाद में कर्फ्यू लगाने का फैसला किया था. राज्य में दिवाली का त्योहार गुजरने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा गया था.
गुजरात के अहमदाबाद शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए शुक्रवार से निगम सीमा अंतर्गत 57 घंटे का सप्ताहांत कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि इस ‘पूर्ण कर्फ्यू’ के दौरान केवल दूध और दवा की दुकानें ही खुली रहेंगी.
इस बीच, एक विज्ञप्ति में कहा गया है
कि मौजूदा हालात के मद्देनजर गुजरात सरकार ने राज्य में 23 नवंबर से माध्यमिक स्कूल और कॉलेज खोलने के अपने फैसले पर रोक लगा दी है. अधिकारियों ने कहा कि अहमदाबाद शहर में शुक्रवार रात नौ बजे से कर्फ्यू शुरू होगा
जो सोमवार सुबह छह बजे तक जारी रहेगा गुप्ता को गुजरात सरकार ने विशेष कार्याधिकारी नियुक्त किया है और उनका काम अहमदाबाद नगर पालिका के कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी कामकाज की निगरानी करना है.
गुप्ता ने शाम को घोषणा की थी कि शुक्रवार से अगले आदेश तक रोजाना रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा. हालांकि इसके कुछ घंटों बाद ही गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक पूर्ण ‘कर्फ्यू’ लागू होगा.
राज्य में कोरोना मामले दो लाख का आंकड़ा छूने के करीब हैं. यहां 3 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कोविड 19 इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 70 लाख से ज्यादा जांच हो चुकी है.