सऊदी अरब के पाश्विक हमलों पर चुप रहने वाले यमन के जवाबी हमले से चिंतित :-
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव यमनी सेना द्वारा सऊदी अरब और उसके सहयोगियों द्वारा किए जा रहे पाश्विक हमलों का जवाब देने से चिंतित नज़र आ रहे हैं। सऊदी अरब की सबसे बड़ी सरकारी तेल रिफ़ाइनरी अरामको पर यमनी सेना द्वारा किए गए मिसाइल हमले को लेकर यूएन के महासचिव ने अपनी चिंता जताई है।
स्पूतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक़, संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को यमनी सेना द्वारा सऊदी अरब के पाश्विक हमलों के जवाब में इस देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल रिफ़ाइनरी अरामको पर किए गए मिसाइल हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गुटेरेस ने अरामको को यमनी सेना द्वारा निशाना बनाए जाने पर चिंता जताया और दोनों पक्षों को शांति स्थापित करने के लिए निमंत्रण दिया। इस बीच सऊदी अरब ने भी सोमवार को यमनी सेना और अंसारुल्लाह द्वारा की गई जवाबी कार्यवाही में अरामको रिफ़ाइनिरी के निशाना बनने की बात को स्वीकर कर लिया है। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्रालय ने अपने बयान में इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा है कि, सऊदी अरब के जेद्दा शहर में स्थित अरामको ऑयल कंपनी के वितरण स्टेशन को यमनी सेना द्वारा मिसाइल से निशाना बनाया गया है जिसमें एक ईंधन टैंक और रिफ़ाइनिरी के कुछ भाग में आग लग गई है।
इससे पहले सोमवार की सुबह यमनी सेना के प्रवक्ता यहया सरी ने यह घोषणा की थी कि, यमन के मिसाइल यूनिट ने सऊदी अरब के पाश्विक हमलों का जवाब देते हुए सऊदी अरब के जेद्दा शहर में स्थित अरामको ऑयल कंपनी के वितरण स्टेशन को मिसाइल से निशाना बनाया है। यहया सरी ने बताया था कि, क़ुद्स-2 नामक मिसाइल ने सटीक तरीक़े से अपने लक्ष्य को निशाना बनाया है। अरामको रिफ़ाइनरी मिसाइल हमले के बाद फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की गाड़ियों को उसकी ओर जाते देखा गया है। यमनी सेना के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा था कि, यह जवाबी हमला सऊदी अरब के द्वारा लगातार किए जाने वाले पाश्विक हमलों और यमन की घेराबंदी जारी रखने के उत्तर में दिया गया है।