लखनऊ के परिषदीय स्कूल के दो लाख बच्चों को वाट्सएप पर भेजे जाएंगे प्रश्नपत्र
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कोरोना संक्रमण काल के चलते निजी स्कूल में तो बच्चों की पढ़ाई और परीक्षा ऑनलाइन ट्रैक पर है, मगर परिषदीय स्कूल के बच्चों की पढ़ाई और परीक्षा जुगाड़तंत्र के भरोसे ही है। इसी क्रम में परिषदीय स्कूल के बच्चों की परीक्षा भी शुरू होने जा रही है।
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार छमाही परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र को तैयार कर बच्चों के अभिभावकों के व्हाट्सएप पर उसे भेजा जाएगा। इसके लिए अभिभावकों से उनके नंबर लेकर अपडेट किए जा रहे हैं।
दरअसल, राजधानी में परिषदीय और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में करीब एक लाख 96 हजार बच्चे पढ़ते हैं। अभी तक व्हाट्सएप के जरिए ही सप्ताह में एक दो बार असाइनमेंट बना कर दिया जाता था, ताकि बच्चों में पढ़ाई का तारतंय बना रहे।
अभी जब स्कूलों के खुलने के अभी कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं तो शिक्षा अधिकारियों ने इसी व्यवस्था पर परीक्षा कराए जाने का निर्णय लिया है। परीक्षा के लिए प्रश्नपत्रों को परिषदीय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के मोबाइल पर भेजे जाएंगे। बच्चे सवालों को हल करेंगे और उसके बाद अभिभावक उसी दिन उसे स्कूल में लाकर शिक्षकों के पास जमा करेंगे।
इसके लिए ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों के वाट्सएप बनाये जा रहे हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से इन्हीं ग्रुपों पर प्रश्न पत्र भेजे जाएंगे। इसके बाद प्रपत्र संबंधित विद्यालयों के शिक्षकों को फॉरवर्ड किए जाएंगे बीएसए दिनेश कुमार के मुताबिक, प्रश्न पत्र तैयार किए जा रहे हैं। बच्चों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए उनके अभिभावकों के मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिए प्रश्न पत्र भेजे जाएंगे। प्रश्नपत्र को हल करने के बाद अभिभावक उसे स्कूल में लाकर शिक्षकों को दे देंगे।