मुश्किलों भरी होगी आज शादियों वाली रात :-
आज देवउठनी एकादशी पर शादी-समारोह की शुरूआत हो गयी है। बात करें पूरे उत्तर प्रदेश की तो आज अनगिनत शादियां होने वाली हैं। सिर्फ मेरठ में ही आज हजारों शादियां होने की संभावना जताई जा रही है। शहर के लगभग सभी होटल, मंडप, बैंक्वट हाॅल तथा सामुदायिक भवन पहले से ही बुक हैं। वहीं गलियों में टैंट लगाकर भी शादियां की जायेंगी। लेकिन कोविड-19 की गाईडलाइन का पालन करते हुए शादी का आयोजन करना मेजबानों के लिये बेहद मुश्किल साबित होने वाला है। वहीं शादी-विवाह में आने वाले मेहमान भी समारोह में जाये या न जायें के सवाल पर धर्मसंकट में फंस गये हैं। वहीं पहला साया होने के कारण पुलिस-प्रशासन का रवैया भी सख्त रहने वाला है। क्योंकि नियमों का पालन कराने का दबाव पुलिस-प्रशासन पर भी है। ऐसे में आज की रात मेजबान से लेकर मेहमान और पुलिस से लेकर प्रशासन तक के लिये मुश्किलों भरा होने वाली है।
कोरोना संक्रमण के फिर से सिर उठाने से चिंतित उत्तर प्रदेश सरकार ने शादी-समारोह को भी नियमों से बांध दिया है। समारोह का आयोजन करने से पहले अनुमति लेने और अधिकतम सौ व्यक्तियों के शामिल होने की बंदिश सरकार द्वारा लगायी गयी है। तुर्रा यह कि इन सौ व्यक्तियों में हलवाई, वेटर, बैंड वाले भी शामिल रहेंगे। ऐसे में मेहमानों की बात करें तो दोनों पक्षों के सिर्फ परिवार के लोग भी विवाह में शामिल नहीं हो पायेंगे।
पहले दी गयी गाईडलाइन का पालन करते हुए दो सौ व्यक्तियों को न्यौता देने वाले मेजबान अपने मेहमानों को समारोह में न आने की बात कहने की हिम्मत तक नहीं कर पाये हैं। अब शाम को दरवाजे पर आकर खड़े मेहमान और निरीक्षण करने आये अधिकारियों का सामना कैसे करेंगे यह सवाल उनको परेशान किये हुआ है।
सख्त नियमों का कैसे करेंगे पालन
विवाह समारोह की अनुमति लेने के बाद दी गयी गाईडलाइन का पालन करना संभव नहीं दिख रहा। विवाह में बंद हाॅल की आधी क्षमता के मेहमान और खुले में 100 व्यक्तियों का बुलाने की अनुमति दी गयी है। इन निर्धारित मेहमानों में हलवाई, वेटर, बैंड वाले तक को शामिल किया गया है। शादी समारोह में 100 से अधिक संख्या तो हलवाई, वेटर और बैंड वाले की ही हो जाती है। ऐसे में बाकी मेहमानों को किस गिनती में शामिल कर बुलाया जा सकता है यह मंथन मेजबान कर रहे हैं। दुल्हा-दुल्हन सहित समारोह में आयो प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है। सिर्फ खाना खाते समय लोग दूरी बनाकर मास्क हटा सकते हैं। मास्क न लगाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर 2000 रुपये का जुर्माना किया जायेगा।
बिना अनुमति शादी करने पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जा सकती है। वहीं नियमों का पालन न करने पर दोनों पक्षों के लोगों पर मुकदमा दर्ज होने और विवाह मंडप सील होने की चेतावनी भी दी गयी है।