दिल्ली में प्रदूषण का स्तर और भी ज्यादा हुआ खराब जाने कितना है AQI ?
राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती ठंड के साथ ही वायु प्रदूषण का स्तर और भी खराब स्थिति में पहुंचता दिख रहा है.
कुछ इलाकों में तो हालात बेहद खराब हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 365 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के मानकों के लिहाज से बेहद ही खराब है. इसको लेकर लोगों को सतर्क रहने भी कहा गया है. साथ ही ऐसे कोई काम करने से मना किया गया है, जिससे पर्यावरण प्रदूषण और बढ़े. प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार तमाम कवायद भी कर रही है.
दिल्ली में गुरुवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी क्षेत्र में एक्यूआई स्तर 446 दर्ज किया गया. इसके अलावा नोएडा में 487 दर्ज हुआ. दोनों ही खतरनाक स्तर माना जाता है. इसके अलावा पूसा में 365 और आईआईटी दिल्ली के इलाके में 366 एक्यूआई दर्ज हुआ, जिसे खराब श्रेणी में माना जाता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मोबाइल ऐप ‘समीर’ के अनुसार, शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बीते बुधवार को सुबह 401 दर्ज किया गया तथा यह शाम को और खराब होकर 415 हो गया. जबकि यह मंगलवार को 388 था. वहीं, एक्यूआई सोमवार को 302, रविवार को 274, शनिवार को 251, शुक्रवार को 296 और गुरुवार को 283 रहा.
राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 15 नवंबर को ‘गंभीर’ श्रेणी में था, लेकिन इसके बाद इसमें सुधार आया और यह 22 नवंबर तक ‘खराब’ अथवा ‘मध्यम’ की श्रेणी में रहा. दिल्ली से सटे एनसीआर के इलाकों में भी वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर है. नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम समेत अन्य इलाकों में प्रदूषण की स्थिति पर विशेषज्ञ लगातार नजर बनाए हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.