दिल्ली से आने वाले सभी यात्रियों का उत्तराखंड सरकार ने कोरोना टेस्ट कराने का किया फैसला
कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारें सख्त फैसला लेने लगी हैं. दिल्ली या एनसीआर से आने वाले लोगों के लिए उत्तराखंड सरकार ने कोरोना टेस्ट कराने का फैसला लिया है और जांच के दौरान अगर कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे वापस भेज दिया जाएगा.
उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर से आने वाले लोगों के लिए देहरादून के एयरपोर्ट, ISBT और रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट फिर से कराया जाएगा. अगर जांच के दौरान कोई पॉजिटिव मिलता है तो उसे वापस भेज दिया जाएगा.
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कोई लॉकडाउन नहीं लगेगा. हालांकि स्थिति अनुरूप कुछ घंटों की बंदी संभव हो सकती है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य में कोरोना को लेकर पूरी तैयारी है. राज्य की सीमाओं और एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन पर टेस्टिंग बढ़ाई गई है. साथ ही उन्होंने कोरोना काल के नियमों का पालन सख्ती से लागू करने का निर्देश पुलिस प्रशासन को दिए हैं.
उन्होंने मास्क नहीं पहनने वालों का चालन के साथ ही मास्क भी उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही सीएम त्रिवेंद्र ने प्रदेश में रात्रि व दिन में कुछ घंटे की बंदी के सवाल पर राज्य वासियों के हित में परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लेने की भी बात कही.
कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर तेजी के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ताजा दिशा-निर्देश जारी किए हैं. कोरोना महामारी फैलने से रोकने के लिए जारी किए गए ये ताजा दिशा निर्देश एक दिसंबर से 31 दिसंबर तक लागू रहेंगे.
राज्यों को अपने यहां के हालात के हिसाब से नाइट कर्फ्यू जैसे फैसले लेने के अधिकार तो होंगे, लेकिन केंद्र की पूर्व चर्चा के बगैर वे कंटेनमेंट जोन से बाहर लॉकडाउन का फैसला नहीं ले पाएंगे.
इसी मुद्दे पर उत्तराखंड मुख्यमंत्री रावत ने साफ कर दिया कि प्रदेश में कहीं कोई लॉकडाउन नहीं है. प्रदेश हित में स्थिति को देखते हुए कुछ घंटों की बंदी संभव तो है मगर अभी ऐसा कोई भी आदेश नहीं है.
जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में लगातार मामले बढ़ने के कारण एनसीआर और दिल्ली क्षेत्र से आ रहे लोगों की फिर से कोरोना जांच की जा रही है. सरकार द्वारा निशुल्क कोरोना टेस्ट कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा पेड टेस्ट की व्यवस्था भी रखी गई है.