यातायात नियमों की अनदेखी वाहन चालक और पैदल यात्रियों की जान पर पड़ रही भारी, मरने वालों में इस उम्र के लोग ज्यादा
यातायात नियमों की अनदेखी वाहन चालक और पैदल यात्रियों की जान पर भारी पड़ रही है। अफसोसजनक यह है कि इन वाहन दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौत 25 से 35 वर्ष के पुरुष और महिलाओं की हुई है। बावजूद इसके दुर्घटनाओं के इन मामलों में अभी तक बहुत सख्त कार्रवाई नहीं हो पाई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो यातायात नियमों के उल्लंघन के 37 प्रतिशत मामलों में ही पुलिस व परिवहन विभाग ने लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही पर कदम आगे बढ़ाए हैं। साफ है कि विभाग का फोकस केवल जुर्माना वसूलने पर ही है।
प्रदेश में प्रतिवर्ष सैकड़ों लोग वाहन दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। परिवहन विभाग के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि प्रदेश में सबसे अधिक दुर्घटनाएं दोपहर 12 बजे से लेकर रात नौ बजे के बीच होती हैं। इनमें भी सबसे अधिक दुर्घटनाएं शाम छह से रात नौ बजे के बीच देखने को मिली हैं। अमूमन शाम छह बजे के बाद सड़कों पर यातायात पुलिस व परिवहन विभाग के जांच दस्ते नजर नहीं आते। इसी कारण नशे व तेज रफ्तार में चलने वाले वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। ऐसे वाहन चालक न केवल स्वयं बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी खतरा बनते हैं। वर्ष 2019 की सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश में हुई कुल 1352 दुर्घटनाओं में 564 दुर्घटनाएं दोपहिया वाहन चालकों के साथ हुई हैं। इनमें 342 की मौत और 467 घायल हुए हैं। कुल घटनाओं में 983 घटनाएं तेज रफ्तार से और 102 घटनाएं शराब पीकर वाहन चलाने से हुई हैं। वहीं वर्ष 2020 में हेलमेट न पहनने पर 53023, तो सीट बेल्ट न पहनने पर 10693 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई है।
वर्ष 2020 में यातयात नियमों के उल्लंघन में लाइसेंस पर कार्रवाई
- नियम-कुल मामले- कार्रवाई
- रेड लाइट जंपिंग-447-94
- ओवर स्पीडिंग – 10227-3332
- ओवरलोडिंग – 8428-2308
- माल वाहन में यात्री ले जाना-1013-564
- मोबाइल का इस्तेमाल-7186-3871
- नशे में वाहन चलाना-1871-661
- कुल मामले – 29222-10830
इस वर्ष दुर्घटनाओं में आई है कमी
प्रदेश में भी नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हो चुका है। इसमें जुर्माने की दरें बढ़ाई गई हैं तो कई मामलों में जेल का भी प्रविधान किया गया है। अब इसे कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन का असर कहें या फिर नए एक्ट का। प्रदेश में दुर्घटनाओं की संख्या में 30.75, मृतकों की संख्या में 25.62 और घायलों की संख्या में 43.68 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
सितंबर तक की घटनाओं का तुलनात्मक अंतर
- वर्ष घटनाएं मृतक घायल
- 2019 – 1021 -643-1158
- 2020 – 685 – 445- 550