अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के आखिरी दिनों में अमेरिका एवं ईरान के बीच तनाव फिर से बढ़ने की आशंका :-
ईरान के सर्वोच्च नेता ने देश के भंग सैन्य परमाणु कार्यक्रम से जुड़े एक वैज्ञानिक की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए शनिवार को ‘सुनिश्चित दंड’ का आह्वान किया। ईरान ने इस कत्ल के लिए इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया है। इस्राइल ने शुक्रवार को की गई वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादा की हत्या के विषय पर अबतक कोई टिप्पणी नहीं की है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव के बीच वैज्ञानिकों की हत्या पर शक की सुई इस्राइल पर उठती रही है। मोहसिन पर जिस तरह से हमला किा गया वह बड़ी सावधानी से योजना बनाकर सैनिकों द्वारा घात लगाकर किया गया हमला जान पड़ता है।
मोहसिन फखरीजादा की हत्या से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के आखिरी दिनों में अमेरिका एवं ईरान के बीच तनाव फिर से बढ़ने की आशंका है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन कह चुके हैं कि उनका प्रशासन दुनिया की अन्य ताकतों के संग तेहरान के परमाणु क रार पर लौट सकता है जिससे ट्रंप प्रशासन हट गया था। परमाणु करार से ट्रंप के हटने के बाद ही दोनों देशों में तनाव चरम की तरफ बढ़ने लगा था। पेंटागन ने शनिवार को घोषणा की थी उसने पश्चिम एशिया में USS निमित्ज विमानवाहक पोत को वापस भेजा है।एक बयान में ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने फखरीजादा को ‘देश का प्रमुख एवं प्रतिष्ठित परमाणु एवं रक्षा वैज्ञानिक’ बताया। खामेनेई ने कहा कि इस हत्या के बाद ईरान की प्राथमिकता ‘गुनहगारों और उन लोगों को सुनिश्चित दंड देने की है जिन्होंने इसका आदेश दिया।’ उन्होंने उसका ब्योरा नहीं दिया। इससे पहले राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कोरोना वायरस पर सरकार के कार्यबल के साथ एक बैठक में इस हत्या के लिए इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया था। बता दें कि ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने भी आरोप लगाया था कि देश के विघटित सैन्य परमाणु कार्यक्रम से जुड़े वैज्ञानिक मोहसिन की हत्या के मामले में इस्राइल की भूमिका के ‘गंभीर संकेत’ हैं |