मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की जनता को किया संबोधित किया नए कानून का समर्थन
दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन के बीच जहां एक तरफ विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार को घेरने में लगी हैं, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कह दिया है कि मध्य प्रदेश सरकार इस कानून का समर्थन करती है और किसानों के साथ हमेशा खड़ी है.
सोमवार शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की जनता को संबोधित किया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में फैल रहे कोरोना वायरस, किसान आंदोलन, लव जिहाद और सुशासन पर बातचीत की.
मुख्यमंत्री ने कहा किसान प्रदेश की आत्मा है. देश की संसद ने किसानों के लिए और कृषि की उन्नति के लिए तीन कानून बनाए, जो पूरी तरह से किसानों के हित में हैं. किसान को अपनी फसल बेचने की पूरी स्वतंत्रता मिलेगी, चाहे वह फसल मंडी में बेचे या मंडी के बाहर बेचे. उसे घर बैठे फसल के अच्छे दाम मिलेंगे.
किसान को अनेक विकल्प मिलेंगे. किसान को बोनी के समय ही फसल की अच्छी कीमत मिल सकती है. विपरीत स्थितियों में किसान किसी भी कॉन्ट्रैक्ट से बाहर आ सकता है. समर्थन मूल्य पर फसल की खरीदी की व्यवस्था लगातार जारी रहेगी. मंडियां चालू रहेंगी. हम पूरी ताकत से किसानों का हित साधने वाले इन कानूनों के समर्थन में खड़े हैं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा बहन-बेटियों को डरा-धमका कर, बहला-फुसला कर शादी की जाती है और फिर धर्मान्तरण का कुचक्र चलता है.
बेटी के जीवन को नरक बना दिया जाता है. राज्य सरकार इसे रोकने के लिए विधानसभा के अगले सत्र में विधेयक लाकर कानून बनाएगी. बहन-बेटियों के सम्मान की रक्षा हर कीमत पर की जाएगी. दोषियों को सख्त सजा मिलेगी. महिला सशक्तीकरण सरकार का लक्ष्य है. हम इसे हासिल करेंगे.
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर भी लोगों को चेताया और सावधान रहने की हिदायत दी. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रदेश के कुछ जिलों में कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ा है.
सर्दी में संक्रमण का खतरा बढ़ता है, इसलिए सावधान रहने की जरूरत है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम, धार, विदिशा जिलों में अधिक सतर्कता बरतनें और ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए समाज के साथ मिलकर हर संभव उपाय किए जा रहे हैं. खुशी की बात है कि जल्दी वैक्सीन आने की संभावना भी बढ़ गई है.’