कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर साधा निशाना
केन्द्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार बड़ा होता जा रहा है. किसान पिछले एक हफ्ते से लगातार दिल्ली के बॉर्डर पर जमे हुए हैं, वहीं दिल्ली कूच की तैयारी में जुटे किसानों को मनाने की सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इस बीच 2 दिन पहले बेनतीजा रही किसान संगठनों और सरकार के बीच बैठक आज एक बार फिर होने वाली है.
वहीं दूसरी तरफ इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों ने सियासत भी तेज कर दी है. मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने इसके साथ ही सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता से अपील की है कि किसानों को हर संभव मदद करें, डॉक्टर उनकी सहायता करें.
https://twitter.com/priyankagandhi/status/1334349967507382272?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1334349967507382272%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fhindi.news18.com%2Fnews%2Futtar-pradesh%2Flucknow-kisaan-aandolan-sp-chief-akhilesh-yadav-and-congress-leader-priyanka-gandhi-tweet-and-attack-bjp-government-upas-3362467.html
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है जब बेबस किसान की न सुनी जाती फ़रियाद, हुकूमत के ग़रूर की वो हिला देते हैं बुनियाद इससे पहले अखिलेश यादव ने लिखा हम कृषि क़ानूनों के इस संघर्ष में अपने अन्नदाता भाइयों के लिए आटा, दाल, चावल की कमी नहीं होने देंगे. हम सपा के कार्यकर्ताओं व आम जनता से अपील करते हैं कि वो अन्नदाता की हर संभव मदद करें. डॉक्टरों से विशेष आग्रह है कि वो बुजुर्ग किसानों का ख़्याल रखें
जब बेबस किसान की न सुनी जाती फ़रियाद
हुकूमत के ग़रूर की वो हिला देते हैं बुनियाद!#किसान_एकता_जिंदाबाद#Tractor2Twitter#किसान#BKU#नहीं_चाहिए_भाजपा#NoMoreBJP#किसान_एकता_जिंदाबाद#MSP_हमारा_हक#FarmersProtest#IndianFarmers#KissanEktaJindabad#FarmBills2020#SpeakUpForFarmer— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 3, 2020
वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है. प्रियंका ने लिखा है भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं. आन्दोलन के पीछे इंटरनेशनल साजिश बता चुके हैं. आन्दोलन करने वाले किसान नहीं लगते बोल चुके हैं. लेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा. किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र
उधर केंद्र सरकार की कोशिश है कि आज की बैठक में शांतिपूर्ण तरीके से इसका हल निकाला जाए वहीं किसानों ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर तीनों बिल रद्द करने की मांग की है.