फतेहपुर : अद्वितीय मानव सेवा के लिए समर्पित डॉ. अनुराग श्रीवास्तव :-
जिस प्रकार सैनिक देश की रक्षा करते हैं उसी प्रकार डॉक्टर पूरे समाज के स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं। डॉक्टर जीवनदाता होते हैं। चिकत्सक जो सेवा समाज को दे सकते वह सेवा कोई दूसरा नहीं कर सकता। इसीलिए डॉक्टर्स को धरती का भगवान कहा जाता है। उसकी जीती जागती मिसाल जिले में पेश कर रहे हैं डॉ. अनुराग श्रीवास्तव जो अब तक 149 नि:शुल्क कैम्प लगाकर गरीबों व असहायों का होम्योपैथी चेकअप व ईलाज कर चुके हैं।
जिला मुख्यालय के उत्तरी गौतम नगर निवासी के डॉ. अनुराग श्रीवास्तव जो होम्योपैथी के डॉक्टर हैं, जो कोरोना काल में बड़ी शिद्दत, लगन व समर्पण भाव से लोगों की सेवा करके नि:शुल्क ईलाज किया। यह मानव सेवा भाव का पाठ उन्हें अपनी माँ श्रीमती पद्मनी श्रीवास्तव जी ने मानों दूध की पहली घूंट के साथ ही पिला दिया था जिसे और भी पुष्पित पल्लवित करने का काम चिकित्सक पिता श्रद्धेय डॉक्टर श्याम बिहारी श्रीवास्तव जी ने अपने संस्कारों से दिया। पिताजी की तरह अनुराग श्रीवास्तव भी होम्योपैथिक चिकित्सा की पढ़ाई कर आमजन की सेवा में लीन हो गए। आप मात्र धनार्जन के लिए यह कार्य नहीं करते हैं अपितु स्वयं घूम-घूम कर गरीबों, असहाय जनों का इलाज नि:शुल्क करते हैं। अधिकाधिक निर्धनों, बेसहारा लोगों का इलाज करने के उद्देश्य के तहत आप कैंप लगाकर इलाज करते हैं और दवाएं भी निःशुल्क प्रदान करते हैं। स्कूलों और गाँव में जाकर आप कैंप लगाकर छात्रों, ग्रामीणों के विभिन्न रोगों का इलाज विगत पांच वर्षों से कर रहे हैं तथा बहुत बड़ी संख्या में अभी तक लोगों का इलाज किया है।
समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव उनकी सेवा भाव की सराहना करते हुए कहते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों का निःशुल्क इलाज कर और उन्हें दवाएं प्रदान करने का काम डॉ. अनुराग श्रीवास्तव करते हैं उनके जैसी इस जिले में तो कोई नहीं दिखता। अब तक 149 होम्योपैथिक मेडिकल कैंप लगाकर हजारों लोगों को निःशुल्क होम्योपैथिक चेकअप व दवाएं प्रदान की। आपका यह कार्य बेजोड़ होने के कारण इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किए जाने का अनुमोदन करते हुए लार्जेस्ट होम्योपैथिक मेडिकल कैंप कैंपेन शीर्षक से गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
जिला बार अध्यक्ष सुशील मिश्रा का कहना है कि डॉ. अनुराग श्रीवास्तव द्वारा एक चिकित्सक के रूप में तो अपनी जिम्मेदारियों का बाखूबी निर्वहन किया ही जा रहा है इसके साथ-साथ समाज के सजग प्रहरी की तरह अन्य अनेक सामाजिक कार्य भी आपके द्वारा किए जाते रहते हैं। एक तरफ आप गरीबों को विभिन्न प्रकार की आवश्यक वस्तुएँ प्रदान कर उनकी हर तरह से मदद करते रहते हैं तो दूसरी तरफ जल संकट, पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण जैसे अनेक कार्यों में आप निरंतर लगे रहते हैं।
यूथ आईकॉन बन चुके डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना की भयानक आपदा के दौरान मैंने अपने डॉ सत्यनारायण सेवा फाउंडेशन द्वारा अभी तक लगभग तीस हजार से अधिक लोगों को निःशुल्क रोग प्रतिरोधक दवाएँ एवं भोजन वितरित किया है। लॉकडाउन के समय मैं हर दिन जल्दी उठकर गरीब और बेसहारा लोगों को फ्री में इम्युनिटी बढ़ाने की होम्योपैथी दवाइयाँ बांटने का काम करता रहा।
उनकी मानवीय संवेदना की यह बेमिशाल जिले में हर व्यक्ति की जुबां पर रहती है और वह आज भी उसी तरह इस कार्य में लगे हुए हैं। आज आप युवाओं में एक यूथ आइकॉन बन गए है। आपकी साधना के चलते आपको अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। आपकी सेवा का दायरा किसी भौगोलिक परिधि में नहीं मापा जा सकता अपितु उसका अत्यधिक विस्तार है। प्रदेश के बाहर अन्य प्रांतों में भी आप सेवाएं देते रहते हैं। आज आप एक जीवंत मिसाल बन चिकित्सक के रूप में धरती के भगवान की सार्थक कर रहे हैं। धन्य है आपकी सोच और धन्य है आपकी सेवा भावना। आपके जैसे इन्सानों के सद्कर्मों से मानवता जिन्दा है।