किसान ही नहीं डॉक्टर भी सरकार से हुए नाराज, कई जगहों पर कर रहे विरोध-प्रदर्शन :-
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में हजारों किसान पिछले 12 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। वहीं किसानों के बाद अब डॉक्टर भी सरकार से नाराज हो गए हैं, जिसके कारण वे भी मंगलवार को सड़कों पर उतर गए। डॉक्टरों देश भर में 10 हजार से अधिक सार्वजनिक जगह पर अपना विरोध जता रहे हैं। मालूम हो कि डॉक्टरों ने केंद्रीय चिकित्सा परिषद की ओर से जारी अधिसूचना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है, जिसके तहत स्नातकोत्तर आयुर्वेद सर्जरी के छात्रों को भी आधुनिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं का अध्ययन करने और अभ्यास करने की मंजूरी दी गई है। यही वजह है कि देश भर के डॉक्टर नाराज हैं।
सभी आपातकालीन सेवाएं जारीश्, लेकिन तय ऑपरेशन नहीं किए जाएंगे
भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सोमवार को बताया कि 11 दिसंबर को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक प्रदर्शन किए जाएंगे। इस दौरान गैर अनिवार्य और गैर कोविड-19 सेवाएं बाधित रहेंगी। आईएमए का कहना है कि सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। ओपीडी सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी और पहले से तय ऑपरेशन भी नहीं किए जाएंगे।
वन सिस्टम पॉलिसी आधुनिक चिकित्सा तंत्र को पूरी तरह खत्म कर देगी:आईएमए
आईएमए के अनुसार, वन सिस्टम पॉलिसी, आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था को पूरी तरह खत्म कर देगी। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा चिकित्सा बहुलतावाद की वकालत करने और सभी चिकित्सा प्रणालियों के मिश्रण के लिए नीति आयोग की 4 समितियां बड़े सबूत के रूप में सामने आई हैं। वन सिस्टम पॉलिसी आधुनिक चिकित्सा तंत्र को पूरी तरह खत्म कर देगी। आईएमए ने यह भी कहा कि आर्युवेद चिकित्सकों द्वारा सर्जरी के कानूनी अभ्यास की अनुमति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।