ट्रंप को क्यों लगा अमेरिका ‘तीसरी दुनिया के देश’ के समान :-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए तथा मतों के बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के निराधार दावों को दोहराते हुए अमेरिका को ‘तीसरी दुनिया के देश’ के समान बताया।
पहलवान एवं कोच डान गाबल को प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम सम्मान प्रदान करने के अवसर पर आयोजित एक समारोह में ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा कि चुनाव ‘हमारे देश के लिए शर्मिंदगी का कारण’ बना। उन्होंने कहा, ‘यह तीसरी दुनिया के देश के समान है – मत एक ऐसी मशीनरी के जरिए हर ओर से आ रहे थे जिसके मालिक का किसी को पता नहीं जिसके बारे में कोई कुछ नहीं जानता। उनमें गड़बड़ियां थीं। वे हजारों मत भेजते पाए गए सारे के सारे मेरे खिलाफ।’
ट्रंप ने चुनाव परिणामों को कानूनी चुनौती दी
राष्ट्रपति चुनाव जो बाइडन जीत चुके हैं लेकिन ट्रंप ने हार स्वीकार नहीं की है तथा चुनाव परिणामों को कानूनी चुनौती दी है। राज्यों के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की बात से इनकार किया है। अनेक राज्यों के चुनाव अधिकारियों ने बाइडन को विजेता घोषित कर दिया है। ट्रंप ने कहा, ‘यह एक तीसरी दुनिया के देश की तरह हुआ। मेरे खयाल से मामला बन गया है। अब हम देखते हैं कि क्या किया जा सकता है। लेकिन आपको देखने को मिलेगा कि अगले कुछ दिन में कुछ बड़ा होने वाला है।’ मेडल ऑफ फ्रीडम पाने वाले गाबल अमेरिकी इतिहास में इस सम्मान से नवाजे गए पहले पहलवान हैं |