उत्तर प्रदेश के रामपुर में नाबालिक के साथ छेड़छाड़ विरोध करने पर छत से फेंका
उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद में एक नाबालिग लड़की को छेड़छाड़ का विरोध करना भारी पड़ गया. शोहदों ने लड़की को छत से नीचे फेंक दिया. परिजनों ने लड़की को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया. मामला कोतवाली सिविल लाइन के आसरा कॉलोनी का है.
आरोप है कि आसरा कॉलोनी की रहने वाली 14 साल की नाबालिग लड़की पर उसके पड़ोस के रहने वाले युवक की बुरी नज़र रहती थी. आरोप है कि वह उससे अक्सर छेड़छाड़ करता रहता था. लड़की के परिजनों ने कई बार इसकी शिकायत भी की, लेकिन आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को रफा-दफा कर दिया. पीड़ित लड़की ने बताया कि वह अपने दरवाजे पर खड़ी थी.
आरोप है कि उसी वक्त पड़ोस के एक लड़के ने उसे खींचकर घर ले गया. इस बीच उस घर की महिला ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया और उसकी अम्मी को बुलाने चली गई. पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने धक्का देकर उसे बेड पर गिरा दिया और जबरदस्ती करने वाला था
इतनी ही देर में उसकी बहन आ गई. इसके बाद उसे घर भेज दिया और और कहा जब मम्मी आए तब बात करना. मम्मी आई तब लड़ाई हो गई. पीड़िता का आरोप है कि पह छत पर कपड़े डालने गयी थी, तभी तालिब, राकिब और शोएब ने उसे धक्का दे दिया.
अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के आसरा कॉलोनी का यह मामला है. एक महिला ने तहरीर दी है कि सोमवार को उनकी 14 से 15 साल की बेटी से पड़ोस में रहने वाले एक लड़के ने छेड़छाड़ की थी.
उन्होंने इसकी सूचना 112 पर दी. 112 पीआरवी पहुंचने के बाद दोनों परिवारों ने आपस में समझौता करके बताया कि कोई बात नहीं है. बात वहीं खत्म हो गई. अब पीड़िता का आरोप है कि कपड़ा सुखाने गई थी, उसी समय आरोपियों ने उसे छत से नीचे धक्का दे दिया. बच्ची का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.