अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर बुजुर्ग किसानों को अपमानित करने का लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर बुजुर्ग किसानों को अपमानित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर वार्ता के नाम पर बुजुर्ग किसानों को बार-बार अलग-अलग जगह पर बुलाकर बिना किसी नतीजे के अपमानित जैसा कर रही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि ‘भाजपा सरकार बुजुर्ग किसानों को बार-बार अलग-अलग जगह पर बुलाकर बिना किसी नतीजे के अपमानित-सा कर रही है। देश की जनता आक्रोशित होकर सब देख रही है। भाजपा कुछ पूंजीपतियों के स्वार्थ को पूरा करने के लिए बिचौलिया बनना बंद करे। भाजपाई अहंकार की सत्ता नहीं चलेगी।’
भाजपा सरकार बुजुर्ग किसानों को बार-बार, अलग-अलग जगह पर बुलाकर बिना किसी नतीजे के अपमानित-सा कर रही है. देश की जनता आक्रोशित होकर सब देख रही है. भाजपा कुछ पूँजीपतियों के स्वार्थ को पूरा करने के लिए बिचौलिया बनना बंद करे.
भाजपाई अहंकार की सत्ता नहीं चलेगी! #नहीं_चाहिए_भाजपा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 9, 2020
बता दें कि नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध बढ़ गया है और इसके चलते बुधवार को किसान नेताओं और सरकार के बीच होने वाली छठे दौर की वार्ता टल गई है। भारत बंद के आयोजन के बाद और वार्ता से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गतिरोध तोड़ने के लिए मंगलवार शाम 13 किसान नेताओं के साथ बैठक की। इसमें किसान संगठन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़े रहे, लेकिन सरकार का कहना है कि कानूनों को रद करना संभव नहीं है, इनमें संशोधन किए जा सकते हैं। सरकार ये संशोधन प्रस्ताव बुधवार को सौंपेगी और इन पर चर्चा के बाद किसान संगठन अपने आगे के कदम पर फैसला करेंगे।
सपा कार्यकर्ताओं को दी बधाई : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सात दिसंबर को किसान यात्रा और आठ दिसंबर के किसानों के भारत बंद में सक्रिय भागीदारी और सफल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सपा की किसान यात्राएं प्रदेश स्तर पर जारी रहेगी। अपने साधनों से, पैदल, मोटर साइकिल या साइकिल से कार्यकर्ता जिलों में किसान यात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध हैं। समाजवादी सरकार में कुल बजट का 75 प्रतिशत किसान और गांव की प्रगति के लिए प्रावधान किया गया था। किसानों के लाभ की कई योजनाएं शुरू की गई थी। जब से भाजपा सत्त में आई है किसानों के फायदे की समाजवादी सरकार की सभी योजनाएं बंद कर दी गई हैं।