बस कंडक्टर रह चुके इस सुपरस्टार को पहले मिले सिर्फ निगेटिव रोल्स, ऐसे बने साउथ इंडस्ट्री के भगवान :-
साउथ फिल्म इंडस्ट्री में स्टार्स की फैन फॉलोइंग बहुत तगड़ी है. साउथ के स्टार्स को दुनियाभर में पसंद किया जाता है. मगर इनमें से एक कलाकार ऐसा है जिसने स्टारडम को नए स्तर तक पहुंचाया है. जिसकी कॉपी दुनियाभर के लोग करते हैं. जिसकी स्टाइल पर सभी फिदा हैं. जिसे साउथ में भगवान का दर्जा मिला है. नाम है रजनीकांत. एक्टर 12 दिसंबर, 2020 को अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास मौके पर बता रहे हैं एक्टर के जीवन से जुड़े कुछ किस्सों के बारे में | रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर, 1950 को बंगलुरु में हुआ था. रजनीकांत ने अपने शुरुआती जीवन में बस कंडक्टर और कुली का काम किया. मगर किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था. रजनीकांत की स्टाइल हमेशा से बड़ी ही यूनिक रही है और वे बस कंडक्टर होने के दौरान भी अपने आस-पास के लोगों को काफी इंप्रेस किया करते थे. रजनीकांत का फिल्मों में भी शुरुआती सफर लीड एक्टर के रोल में नहीं था. उन्हें शुरुआत में सिर्फ निगेटिव रोल ही मिले. मगर रजनीकांत ने अपने सभी रोल्स के साथ पूरा इंसाफ किया |
साल 1977 में आई फिल्म भुवन ओरु केल्वीकुरी में वे पहली बार हीरो के रोल में कास्ट किए गए. एसपी मुत्थुरमन ने उन्हें रोल दिया. यहां से रजनीकांत की किस्मत पलटनी शुरू हुई. रजनी और मुत्थुरमन दोनों की जोड़ी जम गई और 90 का दशक आते-आते दोनों ने करीब 24 फिल्मों में साथ काम किया जिसमें से ज्यादातर सुपरहिट रहीं | उन्हें अपनी यूनिक स्टाइल की वजह से अन्य भाषाओं में भी काम मिलने लगे और पॉपुलैरिटी बढ़ती गई. उन्हें 80 के दशक में हिंदी फिल्मों में भी काम मिले. उन्होंने अंधा कानून, गिरफ्तार, वफादार, बेवफाई, भगवान दादा, असली नकली, इंसाफ कौन करेगा और तमाचा जैसी फिल्मों में काम किया. बढ़ती उम्र का भी एक्टर पर कोई असर नजर नहीं आता है. वे लगातार सुपरहिट फिल्में दे रहे हैं जिसे दुनियाभर में लोग देखना पसंद करते हैं. पिछले कुछ समय में उन्होंने काबिल, लिंगा, 2.0 पेटा और दरबार जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया है. उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे सम्मानों से नवाजा जा चुका है |