राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद की रक्षा में प्राण गंवाने वाले शहीदों को किया याद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि 2001 में आज ही के दिन हुए आतंकवादी हमले में संसद की रक्षा करते हुए प्राण गंवाने वाले शहीदों को कृतज्ञ राष्ट्र याद करता है.पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के आतंकियों के हमले में आठ सुरक्षाकर्मियों समेत नौ लोगों की जान चली गई थी. सुरक्षा बलों ने सभी पांच आतंकवादियों को मार गिराया था.
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया 2001 में आज ही के दिन संसद पर हुए आतंकवादी हमले में संसद की रक्षा करते हुए प्राण गंवाने वाले शहीदों को कृतज्ञ राष्ट्र याद करता है। हमारे लोकतंत्र के मंदिर के उन प्रहरियों के महान बलिदान को याद करते हुए हम आतंकी ताकतों को परास्त करने के अपने प्रण को और मजबूत करते हैं.
The nation gratefully remembers the brave martyrs who laid down their lives defending the Parliament on this day in 2001. While commemorating the great sacrifice of those defenders of the temple of our democracy, we strengthen our resolve to defeat the forces of terror.
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 13, 2020
13 दिसंबर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर संसद पर हमला किया था. ये पांचों आतंकी एक सफेद एंबेसडर कार में आए थे. संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था. उस दौरान सैकड़ों सांसदों समेत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और विपक्ष की नेता सोनिया गांधी भी संसद में मौजूद थीं. आतंकियों की इस फायरिंग से कई जवान शहीद हुए थे और सुरक्षाबलों ने उसी दिन पांचों आतंकियों को मार गिराया था.