शिवसेना ने ‘सामना’ के जरिए बीजेपी पर किया वार, कहा- लोकतंत्र के हत्यारों का नाम दुनिया को…
महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिवसेना और बीजेपी के बीच हमेशा ही जुबानी जंग होती रहती है। अब इसी क्रम में हाल ही में अपने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिए शिवसेना ने संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाए जाने के मसले पर बीजेपी पर निशाना साधा। जी दरअसल ‘सामना’ में कहा गया कि ‘संसद का अधिवेशन ना हो, इस प्रस्ताव पर कितने रबर स्टैंप मारे गए? इसका खुलासा हुआ होता तो संसदीय लोकतंत्र के हत्यारों का नाम दुनिया को पता चल गया होता।’ आप सभी को हम यह भी बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र जल्द समाप्त किए जाने का आरोप बीजेपी ने उद्धव ठाकरे सरकार पर लगाया था, उसी के जवाब में आज यानी गुरुवार को ‘सामना’ में एक लेख प्रकाशित किया गया। ‘सामना’ में लिखा है, ‘लोकतंत्र के संदर्भ में उनकी भूमिका, सुविधा व राज्य के अनुसार बदलती रहती है।’
क्या था बीजेपी का आरोप- जी दरअसल बीते दिनों BJP ने आरोप लगाया था कि ‘यह सत्र छोटा है। सिर्फ दो दिनों में क्या होगा? आखिर कौन से मुद्दे हल होंगे? सरकार को अधिवेशन की समयसीमा बढ़ानी चाहिए थी, लेकिन विपक्ष (बीजेपी) के डर से महाराष्ट्र सरकार ने अधिवेशन को जल्दी खत्म कर दिया।’
इन सभी आरोपों के जवाब में ही सामना एक लेख प्रकाशित किया गया है। उस लेख में लिखा गया है- ‘केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि ‘कोविड-19′ के कारण दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र नहीं होगा। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि शीतकालीन सत्र को नहीं करने को लेकर सारे दलों से चर्चा हुई है। आखिर, यह चर्चा कब, कहां और किस जगह पर हुई? उस चर्चा में कौन-कौन शामिल हुआ? संसद का अधिवेशन ना हो, इस प्रस्ताव पर कितने रबर स्टैंप मारे गए? इसका खुलासा हुआ होता तो संसदीय लोकतंत्र के हत्यारों का नाम दुनिया को पता चल गया होता। चीन के सैनिक लद्दाख में घुस आए हैं, देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है, लेकिन विपक्ष को ऐसे सवाल पूछने का मौका ही नहीं मिल रहा। इसके लिए संसद के अधिवेशन पर रोक लगाई गई है। यह है महासत्ता का लोकतंत्र; हमने लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर में ही ताला लगा दिया!’ इस तरह सामना के जरिये शिवसेना ने एक बार फिर BJP को जवाब दिया है।