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शिमला में 672 अपात्र किसानों ने इतने लाख रुपये हड़पे

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना में हुए फर्जीवाड़े की गूंज अब राजधानी शिमला में भी सुनाई दे रही है. हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से अपात्र किसानों की सूची जारी नहीं की गई है, लेकिन सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक, शिमला जिला में करीब 672 अपात्र किसान हैं, जिन्होंने करीब 71 लाख 12 हजार 600 रुपए की राशि हड़पी है.

डीसी शिमला आदित्य नेगी का कहना है कि सरकार की ओर से एक माह के भीतर जांच करने के आदेश दिए गए हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रदेश भर के 11388 फर्जी किसानों ने तकरीबन 12 करोड़ की राशि हड़पी है.

यह मामला प्रकाश में आने के बाद राज्य सरकार ने सभी फर्जी किसानों से रिकवरी के आदेश जारी कर दिए है.अब तक 166 किसानों से लगभग 17 लाख रुपए की रिकवरी भी कर ली गई है.

केंद्र सरकार ने बीते साल पीएम किसान सम्मान निधि के लिए आधार कार्ड लिंक करना अनिवार्य किया. आधार कार्ड लिंक होते ही केंद्र ने इनकम टैक्स विभाग से रिकॉर्ड मैच किया तो पता चला कि हिमाचल में बड़ी संख्या में आयकरदाताओं ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ उठाया है.

ऐसा करके फर्जी किसानों ने गरीबों के हक पर डाका डाला है. अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आरडी धीमान ने ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को कहा है. इसे फर्जी किसानों में हड़कंप मच गया है.

दरअसल, इस योजना के 2 हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को साल में तीन किश्तों में साल में 6000 रुपए दिए जाते है, लेकिन प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से इस योजना के तहत पैसे हड़पे है.सरकार ने भविष्य में पीएम किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों के दस्तावेज को प्रमाणित करके ही पैसा ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं.

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