मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षनाथ मन्दिर, गोरखपुर में पूजा-अर्चना की
करीब 80 दिनों के बाद सोमवार को गोरखनाथ मंदिर का पट खोला गया। इस खास मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा की।
सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए सीएम ने पूजा-अर्चना की। दरअसल, ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने लंबे समय तक मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे। गर्भगृह को सुंदर तरीके से आकर्षक फूलों से सजाया गया। वहीं कई जगहों पर सैनिटाइजर भी रखे गए थे, जहां बिना हाथ लगाए उसे हथेली पर लगाया जा सके।
सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये गए थे। मंदिर के मुख्य द्वार पर लगेज स्कैनर मशीनों लगाई गई हैं। सभी को हिदायत दी गई है कि मंदिर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के साथ उन्हें सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया जाए। मंदिर के सभी पुजारी भी मास्क लगा कर साफ-सफाई करते हुए नजर आए।
पूरे परिसर को निगम कर्मियों द्वारा सैनेटाइज करने के साथ फागिंग भी की गई। मंदिर सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि ऐसे सभी स्थल जहां श्रद्धालुओं का आवागमन हो सकता है, सैनेटाइजर कराया जा रहा है। यह क्रम प्रतिदिन चलेगा। गर्भगृह में किसी श्रद्धालु को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। देव प्रतिमा, पुजारी, मंदिर का घंटा को स्पर्श करना मना है। प्रसाद भी वितरित करने से परहेज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल सिंह मंदिर के मीडिया प्रभारी विनय कुमार गौतम के साथ जुट गए थे। सोमवार से सतर्कता के साथ फरियादियों की समस्याओं की सुनवाई भी शुरू होगी। फरियादी कैंप कार्यालय में प्रवेश नहीं कर सकेंगे लेकिन अपनी लिखित शिकायत कैंप कार्यालय तक भेज सकेंगे।