AMU को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा जानते है ये 5 मुख्य बाते। …
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में हर किसी को मिलकर नया और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने ये बातें मंगलवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कही.
पिछले पांच दशक ये पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री ने एएमयू के कार्यक्रम में शिरकत की है. मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए AMU के शताब्दी समारोह को संबोधित किया.
PM मोदी के साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन भी थे. इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया.
1- आत्मनिर्भर भारत पिछली शतब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है. अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है. आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है. जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं. इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं
2 – छात्र-छात्राओं की जरूरत सबसे आगे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में 21वीं सदी में भारत के छात्र-छात्राओं की जरूरतों को सबसे ज्यादा ध्यान में रखा गया है. हमारे देश के युवा Nation First के आह्वान के साथ देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
3 – कोई भेदभाव नहीं आज देश जो योजनाएं बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं. बिना भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले. बिना भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए. बिना भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला. सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है. देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है.
4 – AMU की तारीफ कोरोना संकट के दौरान AMU ने जिस तरह समाज की मदद की वो अभूतपूर्व है. लोगों का मुफ्त टेस्ट कराना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में एक बड़ी राशि का योगदान देना समाज के प्रति आपके दायित्यों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है
5 – भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व आज एएमयू से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हैं. एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं