राजधानी लखनऊ में नगर निगम विभाग का पुनरीक्षित बजट होगा पेश
नगर निगम व जलकल विभाग का पुनरीक्षित बजट बुधवार को पेश होगा। महापौर की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी समिति के समक्ष पेश होने वाले बजट पर चर्चा के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद बजट को अंतिम मंजूरी के लिए नगर निगम सदन में भेजा जाएगा। हालांकि नगर निगम के साथ ही जलकल विभाग ने कर में वृद्धि और किसी नए कर का प्रावधान नहीं किया गया है।
कोरोना काल को लेकर दोनों महकमों की हालत की पतली है लेकिन फिर भी शहरवासियों पर किसी नए कर का बोझ नहीं दिया गया है। नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के मूल बजट के आय-व्यय कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन कुछ मदों में कटौती और वृद्धि कर बजट को संतुलित किया गया है। नगर निगम ने पुनरीक्षित बजट में 11 अरब, 16 करोड़ बीस लाख रुपये के खर्च और आय मद में 11 अरब, सोलह करोड़, 95 लाख रुपये का प्रावधान किया है।
केंद्रीय अमृत योजना से होने वाली आय को पांच करोड़ रुपये से बढ़ाकर दस करोड़ रुपये किया गया है।
स्वच्छ भारत मिशन से 15 करोड़ की आय रखी गई। इसमे पांच करोड़ की वृद्धि की गई है।
डिपाजिट मद से समग्र विकास निधि, नई नगरीय सड़क योजना, अंत्येष्टि स्थल का सुंदरीकरण1.50 अरब की आय प्रस्तावित की गई है, जबकि मूल बजट में 7.50 करोड़ की आय रखी गई थी
पेट्रोल और डीजल के खर्च में सात करोड़ की वृद्धि की गई है।
ठंड को देखते हुए अस्थाई रैन बसेरों का निर्माण कराया जाएगा, जिस पर दस लाख रुपये का बजट रखा गया है।
लखनऊ शहर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद को ताजा रखने के लिए अटल स्मृति उपवन का निर्माण होगा, जिस पर तीस लाख रुपये का खर्च होगा और पुनरीक्षित बजट में इसे भी शामिल किया गया है।