कोरोना गाइडलाइंस के साथ मनाया जा रहा क्रिसमस डे
भारत समेत दुनियाभर में कोरोना गाइडलाइंस के साथ क्रिसमस मनाया जा रहा है. हालांकि महामारी के प्रकोप के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ है और चर्च के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और क्रिसमस का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मना रहे हैं.
दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गोवा समेत देश के हर राज्य में क्रिसमस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. क्रिसमस पर गोवा की राजधानी पणजी में आवर लेडी ऑफ द इमैक्यूलेट कॉन्सेप्ट चर्च में मिडनाइट मास का आयोजन किया गया. कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए. यही नहीं दिल्ली समेत हर शहर के चर्च को सजाया गया है.
Goa: Midnight mass being held in Panaji's Our Lady of the Immaculate Conception Church on #Christmas.
Devotees attend the mass prayer while maintaining social distancing. pic.twitter.com/YU96ksGQLi
— ANI (@ANI) December 24, 2020
कोलकाता का प्रतिष्ठित सेंट पॉल कैथेड्रल को हर साल की तरह आधी रात के बाद जनता के लिए बंद कर दिया गया. यह स्थल आमतौर पर क्रिसमस की पूर्व संध्या पर बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं. यहां पर बैनर के जरिए कोरोना की वजह लगे प्रतिबंधों के बारे में जानकारी दी जा रही है तो अतिरिक्त पुलिस की भी तैनाती की गई है.
West Bengal: People in large numbers gather at Park Street in Kolkata on #Christmas. pic.twitter.com/W2afAz5ke9
— ANI (@ANI) December 24, 2020
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्रिसमस के अवसर पर कोलकाता के एक चर्च का दौरा किया तो झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आर्क बिशप के घर जाकर क्रिसमस की बधाई दी. हालांकि कोरोना को देखते हुए इस बार क्रिसमस पर चर्च पर बड़े स्तर पर प्रार्थना सभा के आयोजन पर रोक लगा दी गई है.
राष्ट्रीय राजधानी में क्रिसमस के अवसर पर इस बार दिल्ली का सबसे बड़ा चर्च पहली बार बंद रहेगा. गुरुवार और शुक्रवार को चर्च बंद रहेंगे. हालांकि, चर्च की सजावट की गई है, लेकिन इसके अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं है. वायरस संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है. सिर्फ चर्च के सदस्य प्रार्थना कर सकेंगे, जिसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
चर्च के पदाधिकारियों का दावा है कि क्रिसमस पर हर साल दो लाख से अधिक श्रद्धालु आते थे, लेकिन इस बार बंद रखने का फैसला लिया गया. सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल गिरजाघर के पादरी लारेंस के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के चलते पहली बार चर्च को बंद करने का फैसला लिया गया. साथ ही इस बार किसी भी वीवीआइपी को निमंत्रण नहीं भेजा गया है. प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए दिल्ली पुलिस से मदद मांगी गई है.